बहराइच। केंद्र सरकार के चार वर्ष पूरे होने पर एक बार फिर श्रम मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री द्वारा सरकार की उपलब्धियों को लेकर नगर के विकास भवन के सभागार में एक प्रेस वार्ता की गई। उ0प्र0 के श्रम एवं जिला प्रभारी मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा अपने उदबोधन में कहा कि देश की आजादी के बाद यह पहला मौका है जब केंद्र की सरकार सीधे जनता के मुद्दों के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। और यही कारण है कि पिछले चार वर्षों से पार्टी की पहचान भी विकास के मुद्दों को लेकर बनीं रही। उन्होंने कहा की सरकार की योजनाओं में गरीब,मजदूर,किसान व शोषित वर्गों का मुद्दा सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल रहा। श्री मौर्या द्वारा सरकार द्वारा पिछले चार वर्षों में किये गए विकास कार्यों के मुद्दों जैसे प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना,प्रधान मंत्री सौभाग्य योजना,सुरछा बीमा योजना,मुद्रा योजना,जननी शिशु सुरछा योजना,पेंशन योजना,नियमित टीकाकरण योजना सहित कई योजनाओं की चर्चा करते हुवे कहा गया कि आज सरकार के अथक प्रयासों से ही प्रधान मंत्री आवास योजना के अंतर्गत देश के लगभग एक करोड़ व उ0प्र0 के लगभग सवा तीन लाख गरीब लोगों को आवास उपलब्ध करवाएं गए है। उन्होंने जनपद के भी लगभग 1800 गरीब लोगों को मकान उपलब्ध करवाने की बात कहने के साथ इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुवे जनधन खाता खुलवाये जाने,करोङो गरीबों को उज्ज्वला योजना के तहत गैस दिलवाये जाने,घर घर बिजली पहुचाये जाने व भारतीय जवानो की एक सामान पेंशन योजना को लागू करवाये जाने की बात कही। उनके द्वारा सरकार की कई उपलब्धियों को बताते हुवे कहा गया कि भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला है कि नरेंद्र मोदी के भारत का प्रधान मंत्री होने के साथ साथ पूरे विश्व में भी उनकी स्वीकार्यता बनी हुई है। उन्होंने यह भी कहा की वे देश के ऐसे पहले प्रधान मंत्री है जिन्होंने देश को स्वच्छ रखने के लिए खुद ही झाड़ू उठाकर सबको झाड़ू उठाने के लिए जाग्रत कर दिया। लेकिन श्री मौर्या की बात पूरी होते ही जब मीडिया के सवालों की बरसात शुरू हुई तो पूर्व में मंत्री जी द्वारा सरकार की उपलब्धियों को जिस धारा प्रवाह गति से पत्रकारों को बताई जा रही थी उस पर काफी विराम लग चुका था। चाहे गरीबों के गैस कनेक्शन का मामला हो,गरीबों के आवास का मामला हो,किसानों का मामला हो,जनधन खाते का मामला हो,विद्दुति करण का मामला हो लगभग सभी सवालों पर पत्रकारों को कोई भी संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पा रहा था। चाहे पत्रकार कादरी हों या अजीम मिर्जा,शादाब हुसैन हों या नदीम सिद्दीकी,अजय शर्मा हों या राम बरन चौधरी,सतीश श्रीवास्तव हों या जतिन यगसैनी,रफीकउल्ला खां हो या तब्बू ठाकुर,कमाल नजीब हों या अन्य लगभग सभी अपने अपने द्वारा किये गए सवालों के जवाबों से न सिर्फ असंतुष्ट दिखे बल्कि पत्रकारों में खासकर इलेक्ट्रानिक मीडिया में समय समय पर जिला प्रशाशन द्वारा प्रेस कांफ्रेंस ना किये जाने व सूचना विभाग द्वारा जरुरी सूचनाएं न उपलब्ध करवाये जाने को लेकर भी गहरा आक्रोश दिखा। हुई प्रेस वार्ता के दौरान जिला अध्यछ श्याम करण टेकड़ीवाल,विधायक सुरेश्वर सिंह,पूर्व जिला अध्यछ गुलाब चंद्र शुक्ला,जिला मीडिया प्रभारी देवेन्द्र मिश्रा,सह मीडिया प्रभारी चौधरी पूरन सिंह,संचित सिंह,जितेंद्र प्रताप सिंह जीतू,सुरेश चंद्र गुप्ता व निशंक त्रिपाठी आदि की मौजूदगी के साथ मीडिया प्रभारी राहुल राय पूरी मुस्तैदी के साथ हो रही गतिविधियों पर चौकसी बरतते नजर आयें।
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