उन्नाव गैंगरेप मामले को लेकर पीड़ित परिवार इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है. उन्नाव गैंगरेप कांड के कई आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से नाराज परिवार इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी लगाने पहुंचा है. पीड़िता के परिवार वालों का कहना है कि पीड़िता के पिता की हत्या के बाद पुलिस को दी गई तहरीर में कई आरोपी ऐसे हैं जिनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है. उनका कहना है कि पुलिस ने तहरीर भी मनमाने ढंग से लिखी है. पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में आरोपी पुलिस अधिकारियों पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई.4 जून 2017 को माखी थाना क्षेत्र के गांव से 17 साल की किशोरी को गांव के ही शुभम और उसका साथी कानपुर के चौबेपुर निवासी अवधेश तिवारी अगवा कर ले गए. पीड़िता की मां ने माखी थाने में मामले की तहरीर दी, जिसमें विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर पड़ोस की एक महिला के जरिए बहाने से घर बुलाकर रेप करने और इसके बाद उसके गुर्गों द्वारा गैंगरेप करने का आरोप लगाया. लेकिन पुलिस ने तब रिपोर्ट दर्ज नहीं की.11 जून 2017 को पीड़िता ने अदालत की शरण ली. कोर्ट के आदेश पर आरोपी अवधेश तिवारी, शुभम तिवारी व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. लेकिन मुकदमे में विधायक और आरोपी महिला का नाम नहीं था.3 अप्रैल 2018 को विधायक के भाई अतुल सिंह ने केस वापस लेने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया. जब पिता द्वारा इनकार किया तो उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और फर्जी मुकदमा लिखवाकर उसे जेल भिजवा दिया.8 अप्रैल, 2018 को पीड़िता ने परिवार समेत सीएम आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की.9 अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की उन्नाव जेल में मौत हो गई.10 अप्रैल 2018 को विधायक के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार किया गया.
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