बहराइच|जहाँ पिछले कुछ दिनों से फर्जी डिग्री पर नौकरियों को लेकर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में कई शिक्षकों की हुई बर्खास्तगी को लेकर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा वहीं फर्जी डिग्री पर नौकरी करने व भ्रष्टाचार का गढ़ कहे जा रहे जिले के माध्यमिक शिक्षा विभाग पर प्रशासन व शासन द्वारा गंभीरता से संज्ञान न लिए जाने के कारण सामाजिक कार्यकर्ता रोशनलाल नाविक द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र कुमार पांडे सहित कई अन्य विभागीय लोगों पर भ्रष्टाचार व फर्जी नौकरी करने का आरोप लगाते हुए उन पर मुकदमा दर्ज कराने हेतु सीआरपीसी की धारा 156( 3) के माध्यम से न्यायालय की शरण ली गई है। सामाजिक कार्यकर्ता ने उक्त विभाग में कीड़े मकोड़ों की तरह फैले भ्रष्टाचार को लेकर विभाग के मुखिया पर सीधा हमला करते हुए कहा है कि जब से यह अधिकारी यहां आया है तभी से विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें नम्रता से कठोरता की ओर अग्रसर होती रही है। उन्होंने कहा उक्त अधिकारी के कार्यकाल में भ्रष्टाचार ने अपने पुराने इतिहास को पीछे छोड़ते हुए भ्रष्टाचार के नए इतिहास रच दिए यहाँ तक की दो बार कोर्ट आफ कंटेम्प्ट के मामले में कोर्ट से जमानत कराने के बाउजूद यह अधिकारी अपने पावर के दम पर अनुचित तरीके से अपने कार्यों को अंजाम देता रहा है। यही नहीं बल्कि लिपिक हरेंद कुमार् सिंह का भी इनके भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में अमूल्य योगदान बताया जा रहा है हाल ही में श्री सिंह श्री पांडे व कुछ अन्य के खिलाफ छपी खबरों का संज्ञान होने व कुछ दस्तावेजों के आधार पर जब जिले की तेज तर्रार जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने मामले में जांच के आदेश दिए थे तब भी जाँच से घबराकर श्री सिंह की कई बार कलेक्ट्रेट परिसर के आसपास चक्कर लगाने की भी बात बताई जाती रही। बताते हैं कि यह वही हरेंद्र सिंह है जिसने कई फर्जी फर्मो का संचालन करने के साथ-साथ विभाग में भी करोड़ों के घोटाले करने व शिक्षकों की कई फर्जी नियुक्तियों में भी शामिल रहा है यही नहीं बताया तो यहां तक जाता है कि यह लिपिक अपने पावर के दम पर विभाग में भी कभी कदार ही कदम रखता है फिर भी इसको पगार लेने में कोई दिक्कत नहीं होती इसके ऊपर कई एफआईआर दर्ज होने के बाद भी इनके एक सहयोगी का यही कहना है कि एफआईआर दर्ज होने से कोई मुजरिम थोड़े हो जाता है अभी जब तक उसका अपराध सिद्ध नहीं हो जाता तब तक वह मुलजिम ही है और इन्हीं सब कारणों से पिछले कुछ वर्षों से विभाग में फैले तमाम भ्रष्टाचार को लेकर प्रशासन से लेकर शासन व आयोग का चक्कर लगा रहे सामाजिक कार्यकर्ता श्री नाविक को जब तमाम सबूतों व साच्छ्यों की उपलब्धता के बाद भी कोई खास कार्यवाही होती नहीं दिखी तो अब वह थक हार कर एक आखरी उम्मीद के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र कुमार पांडे लिपिक कृष्ण कुमार, इसररुल रहमान प्रधानाचार्य शारदा सहायक परियोजना इंटर कॉलेज गिरिजा पुरी थाना सुजौली, फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रहे दिलीप कुमार मिश्र कर्मचारी शारदा सहायक परियोजना इंटर कॉलेज गिरिजपुरी थाना सुजौली पर मुकदमा दर्ज करवाने हेतु न्यायालय की शरण ली गई है।
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