मेरठ में एक दलित किशोरी के साथ दो युवकों ने चार माह तक गैंगरेप किया. इसका खुलासा लड़की के गर्भवती होने पर हुआ. मामला सामने आने के बाद जब परिजन पुलिस के पास जाने लगे तो आरोपी पक्ष के लोगों ने पीड़ित परिवार पर दबाव बनाते हुए पंचायत बुला ली. पंचायत में दलित किशोरी की आबरू की बोली लगाई गई. इज्जत की कीमत तीन लाख रुपये तय की गई. दो लाख मौके पर ही दे दिया गया. बाकी के एक लाख गर्व्पात के बाद देने का आश्वासन दिया गया.मामला गुरुवार का है. लेकिन पुलिस को तहरीर न मिलने की वजह से केस दर्ज नहीं हुआ. मीडिया में मामला आने के बाद पुलिस ने शुक्रवार को एफआईआर दर्ज कर लिया है. पंचायत में मौजूद रहे ग्रामीणों के अनुसार, खरखौदा थाना क्षेत्र के एक गांव की किशोरी अपने परिजनों के साथ रोजाना पड़ोस के ही गांव में मजदूरी करने जाती थी. जहां चार माह पहले गांव के ही दो युवकों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और वीडियो क्लिप भी बना ली. इसके बाद लगातार चार माह तक उसे ब्लैकमेल कर उसका रेप करते रहे.इस बीच किशोरी के गर्भवती होने पर मामला प्रकाश में आया. जब पीड़ित परिवार शिकायत करने पुलिस के पास जाने लगा तो आरोपी युवकों के परिजनों ने दबाव बनाते हुए पंचायत के जरिए मामले को निपटाने की बात कही. जिसके बाद गुरुवार को दोनों गांव की पंचायत बैठी. जिसमें पीड़िता को तीन लाख रुपये देकर मामले को रफा-दफा कर दिया गया.
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