नानपारा (बहराइच) विकास खंड बलहा के ग्राम पंचायतों की बहुत बुरी दुर्दशा है विकास के लिये आने वाले धन का बंदरबांट ग्राम प्रधान ग्राम विकास अधिकारी और विकास खंड मुख्यालय के अधिकारी और कर्मचारी मिल कर कर रहे और शासन की मंशा पर पानी फेर रहे है सरकारें ग्राम पंचायतों के विकास के लाख दावे करे मगर इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही दिखाई देती है परेशान जनता इसकी चाहे जितनी भी शिकायत अधिकारियों से करे मगर ऐसा दिखाई दे रहा है कि बीजेपी सरकार के अधिकारी कोई काम ही नही करना चाह रहे सुरुआत करते है ग्राम सभा सिसवारा से यहाँ ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम सभा मे जितने भी शौचालय य प्रधानमंत्री आवास लाभार्थियों को चयनित किये गये उसमे पहले ही प्रति आवास 4 हज़ार रुपये और आवास में 10 से लेकर 20 हज़ार रुपये ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी सुविधा सुल्क के रूप में खा गये और शौचालय का निर्माण अपने ठेकेदार दुवारा करवा दिया ग्रामीणों कहना है कि शौचालय मानक के विपरीत निर्माण कराये गये जिसकी लागत 7 य 8 हज़ार रुपये ही आई होगी बाकी पैसा प्रधान ग्राम विकास अधिकारी और ठेकेदार मिल कर खा गये ग्रामीणों ने जांच के लिए खंड विकास अधिकारी सोभा राम मिश्रा को पार्थना पत्र दिया मगर कोई कार्यवाही करने के बजाये शिकायती पत्र ही मिलने से खंड विकास अधिकारी इनकार कर रहे है ग्राम सभा मे सोलर लाइट लगी तो उसमें राजनीति खेली गई मलिन बस्तियों में लाइट लगाई ही नही गई जिससे मलिन बस्ती में रहने वाले ग्रामीणों में रोष है इसकी शिकायत भी ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी से की है मगर अभी तक कोई भी कार्यवाही देखने को नही मिली मेहरबान नगर ग्राम सभा मे तो प्रधान दुवारा ग्रामीणों को ठगने का काम किया गया है इस ग्राम सभा मे 29 लोहिया आवास चयनित किये गये 10 से 20 हज़ार रुपये लेकर ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान फातिमा के पति हबीब पुत्र लहरी ने सभी लाभार्थियों से अवैध वसूली की और आवास बनाने का ठेका अपने आदमी को दिया प्रधान पति ने सभी लाभार्थियों को बैंक ले जाकर सारा पैसा निकलवा कर अपने हाथ मे ले लिया था और जब लाभार्थियों की तीनों क़िस्त निकल गई तो आवास अधूरा छोड़ दिया गया प्रधान पति ने ग्राम सभा मे हल्ला कर दिया कि ठेकेदार पैसा लेकर भाग गया है वर्तमान समय मे जो ग्राम विकास अधिकारी थे उनके परिवार के ही व्यक्ति को आवास निर्माण का ठेका दिया गया था अब सब पैसा निकलवा लेने के बाद आवास अधूरा छोड़ दिया गया और जो निर्माण हुआ वह भी मानक के विपरीत हुवा आवास पूरा बन भी नही पाया मगर किसी आवास की नींव किसी आवास की दीवार तो किसी की छत में दरार पैदा हो गई है 25 ग्रामीणों ने शपथ पत्र के साथ उपजिलाधिकारी नानपारा को शिकायती पत्र दिया है मगर कोई भी कार्यवाही नही की गई है कुछ ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान ने आवास निर्माण के लिए घर गिरवा दिया मगर निर्माण नही हुआ कई लाभार्थियों ने बताया कि पन्नी तान कर गुजारा कर रहे है किसी तरह अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि सरकारें चाहे जितने प्रयास करे मगर भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के कारण जनता को सरकार की योजनाओं का लाभ पूरी तरह नही मिल पा रहा है
इस बारे में जब खंड विकास अधिकारी बलहा सोभा राम मिश्रा से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि सुस्वारा ग्राम सभा और मेहरबान नगर ग्राम सभा के ग्रामीणों का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है जांच आने के बाद उसी आधार पर कार्यवाही की जायेगी उन्होंने बताया कि ठेकेदारों दुवारा निर्माण कराये जाने का विभाग में कोई नियम नही है अगर ऐसा हुआ है तो जांच कर कार्यवाही करेंगे
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