बहराइच 25 मार्च। प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कम्प्यूटर का माउस क्लिक करके जिला को-आपरेटिव बैंक बहराइच के कम्प्यूट्राईज़ेशन कार्य का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए श्री वर्मा ने कहा कि सहकारिता के सतरंगी झण्डे और सहकारिता गीत को जन-जन की घड़कन बनाना होगा तभी सहकारिता आन्दोलन का मकसद पूरा हाोगा। उन्होंने कहा कि हम सभी को आमजन तक सहकारिता का उद्देश्य पहुॅचाना होगा। श्री वर्मा ने कहा कि समितियाॅ ही सहकारिता की आत्मा हैं, इसलिए इन्हें हर स्तर पर सशक्त किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने समिति को अन्य जनोपयोगी उद्देश्यों तथा उद्यम से जोड़ने से बल देते हुए कहा कि मात्र चुन्निदा गतिविधियों से ही काम नहीं चलने वाला। सहकारिता मंत्री ने कहा कि बैंक कर्मी हमारा अभिन्न अंग हैं। हमने जो लाभ कमाया उसका अंश अगर केन्द्र व राज्य सरकार को दिया गया तो कर्मचारियों को भी निराश न करते हुए उन्हें एक-एक घड़ी प्रदान कर लाभ में उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित की गयी। उन्होंने बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों का आहवान्ह किया सहकारी बैंकों के सीबीएस हो जाने से आपके पास पुनः एक अवसर आया है कि आप आमजन में विश्वास बढ़ायें ताकि उनका भरोसा बढ़े। उन्होंने कहा कि गलाकाटू प्रतियोगिता के दौर में दौड़ में वहीं बना रहेगा जो ग्राहकों को बेहतर सेवा उपलब्ध करायेगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर हम सभी को संकल्प लेना होगा कि हम बैंक व खाताधारकों के हित में कार्य कर इस बैंक की खोई हुई प्रतिष्ठा का बहाल करेंगे। श्री वर्मा ने कहा कि गत वर्ष गेहूॅ व धान की खरीद में सहकारी समितियों ने सराहनीय कार्य कर अव्वल स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए उन्होंने सभी सम्बन्धित को बधाई देते हुए कहा कि पूरी निष्ठा और ईमानदारी और मेहनत से कार्य करने को अपने दिनचर्या का हिस्सा बना लें और प्रयास करें कि 01 अप्रैल से संचालित होने वाले गेहूॅ खरीद कार्य में पुनः अव्वल स्थान प्राप्त करें। प्रबन्ध निदेशक आर.के. सिंह ने बताया कि सहकारिता मंत्री के प्रयासों के कारण प्रदेश के सभी सहकारी बैंकों का कम्प्यूट्राईजे़शन किया जा रहा है। जिसकी शुरूआत जनपद बहराइच से हो रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी 16 बैंकों की 394 शाखाओं सीबीएस किया जाना है। जिसमें 07 बैंकों का कम्प्यूट्राईजे़शन कार्य पूर्ण हो गया है। उन्होंने बैंक की कारगुज़ारी का उल्लेख करते हुए बताया कि 10 करोड़ रूपये का भुगतान खाताधारकों को किया गया है, साथ ही ऋण के रूप में 15 लाख रूपये भी दिये गये हैं। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अपर निबन्धक एके सिंह ने बैंक के कम्प्यूट्राईज़ेशन कार्य के लिए सहकारिता मंत्री के प्रयासों तथा उस दिशा में बैंक कर्मियों द्वारा किये गये सहयोग के लिए आभार ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर बैंक की साख को बहाल करने का प्रयास करना होगा। पूर्व बैंक अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ‘जीतू’ ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन के मज़बूत होने से ही पं. दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय का सपना साकार होगा। उन्होंने कहा कि सहकारिता मंत्री के प्रयासों से ही बैंक का कम्प्यूट्राईज़ेशन कार्य हुआ तथा बैंकिंग कार्य के लिए लाइसेन्स प्राप्त हुआ। मुख्य विकास अधिकारी राम चन्द्र ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि कम्प्यूट्राईज़ेशन कार्य सहकारी बैंकों के लिए मील का पत्थर साबित होंगे। उन्होंने कहा कि बैंक के सीबीएस होने से ग्राहकों को बैंक की किसी भी शाखा से नकद जमा व भुगतान, आरटीजीएस/एनईएफटी, एसएमएस अलर्ट, एटीएम, डेबिट कार्ड, कैशलेस लेन-देन, आनलाइन पेमेन्ट, डीबीटीएल, मोबाइल बैंकिंग अत्यादि की सुविधा होने से ग्राहकों की संख्या में इज़ाफा होने से बैंक व सहकारिता को लाभ होगा। इससे पूर्व कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर सहकारी गीत का गायन हुआ। मुख्य अतिथि श्री वर्मा ने बैंक के 03 ग्राहकों को सीबीएस पासबुक का वितरण किया। जबकि कार्यक्रम के अन्त में सचिव/मुख्य कार्यपालक अधिकारी ओ.पी. वर्मा ने आभार व्यक्त करते हुए आश्वस्त किया कि सहकारिता मंत्री द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथि को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन बैंक के सेवानिवृत्त कर्मी रमेश चन्द्र दोहरे ने किया। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी केे प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व सांसद पदमसेन चैधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम करन टेकड़ीवाल, पूर्व भाजपा अध्यक्ष गुलाब चन्द्र शुक्ला व श्रीनाथ शुक्ला, जिला को-आपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष जितेन्द्र प्रताप सिंह ‘जीतू’, सहकारिता मंत्री के पीआरओ कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, सहकारिता मंत्री के प्रतिनिधि गौरव वर्मा, सहित अन्य पार्टी पदाधिकारी, गणमान्य व संभ्रान्तजन राम सुन्दर चैधरी, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, नन्हे लाल लोधी, सौरव वर्मा, घनश्याम सिंह, सरदार मंदीप सिंह वालिया, पवन तिवारी, मंदीप सिंह, जितेन्द्र त्रिपाठी, मनीष आर्या, अनुज श्रीवास्तव, बैंक के सहायक निबंधक आलोक सिंह, एजीएम कम्प्यूटर पंकज पाण्डेय, बैंक के अन्य अधिकारी कर्मचारी तथा बड़ी संख्या खाताधारक मौजूद रहे।
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