बीएचयू बवाल के आरोपी छात्र नेता आशुतोष सिंह ने रविवार को जेल के अंदर अपनी भूख हड़ताल को खत्म कर दिया है. करीब चार दर्जन छात्रों ने जेल परिसर में डेरा डालकर सांकेतिक विरोध शुरू कर दिया. बाद में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की देखरेख में चार छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल जेल के अंदर आशुतोष सिंह से मिला और बाद में अफसरों को ज्ञापन देकर जांच की मांग की.बता दें, कि बीएचयू बवाल के आरोपी छात्र नेता आशुतोष सिंह जिला जेल में बंद हैं. जहां शनिवार दोपहर से उन्होंने खाना छोड़ दिया है. मामला सामने आने के बाद इंटेलीजेंस और पुलिस-प्रशासनिक अफसर एलर्ट मोड पर आ गए.आज सुबह छात्रों का हुजुम जेल परिसर पहुंच गया. यहां छात्रों ने बीएचयू अस्पताल के एमएस ओपी उपाध्याय के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. छात्रों का आरोप था कि बीएचयू में हुए गैस कांड और दूसरे घोटालों की जांच की मांग आशुतोष कर रहा था, इसलिए उसको जबरन फंसाने के लिए झूठे मुकदमे लदवाकर जेल भिजवा दिया गया.ऐसा वो नहीं होने देंगे. इतनी बड़ी संख्या में छात्रों के जुटने की सूचना पर पुलिस प्रशासन के अफसरों के हाथ पांव फूल गए. मजिस्ट्रेट नीता यादव, सीओ समेत कई थानों की फोर्स, पीएसी और अन्य बल ने जेल में पहुंचकर चारों तरफ से घेराबंदी कर दी ताकि कोई बड़ी वारदात न हो सके.बाद में छात्रों की मांग पर एक प्रतिनिधिमंडल जेल के अंदर गया और वहां आशुतोष से बाद कर उसकी भूख हड़ताल खत्म करवाई. लौटकर छात्रों ने मजिस्ट्रेट नीता यादव को ज्ञापन देकर बीएचयू के घोटाले की जांच कराने और आशुतोष सिंह पर दर्ज हुए मुकदमों की निष्पक्ष जांच की मांग उठाते हुए ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के बाद विरोध खत्म हुआ और तब जाकर प्रशासन ने राहत की सांस ली.
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