महराजगंज जिले के पुलिस कि पोल उस वक्त खुल गई जब एसपी ने आने वाले पंचायत चुनाव के मद्देनजर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन करवाया और अपने थानेदारों को वेपन चलाने का प्रशिक्षण कराया तो कई थानेदार एसपी के प्रशिक्षण में फेल हो गए। एसपी ने सबसे पहले भारत नेपाल सीमा से सटे कोल्हुई थाने के थानेदार रामप्यारे चौहान को पिस्टल को खोलने के लिए कहा लेकिन थानेदार उस पिस्टल को खोल नहीं पाए पीछे से कई थानेदार उनको सिखाते रह गये लेकिन कोल्हुई एसओ से पिस्टल नही खुल पायी।आखिरकार एसपी ने कहा तुम रहने दो उसके बाद उन्होंने फरेंदा से थानेदार गिरिजेश उपाध्याय से कहा तो वह खोलने में सफल रहे हैं। उसके बाद भारत नेपाल के बरगदवा बॉर्डर के थाने की जिम्मेदारी संभाल रहे बरगदवा के थानेदार संजय दूबे को एसपी ने क्लियर गन को 45 डिग्री पर चलाने को कहा लेकिन यह तो साहब को 45 डिग्री और 90 डिग्री में फर्क ही नहीं वही बगल में पर पीछे खड़े थानेदारों ने बताया तब जाकर को क्लियर गन चला पाए। एसपी ने महिला को बुलाया तो टियर गन बुलेट के पैकेट फाड़ने में असफल रही। इसके बाद एसपी ने कहा तुमसे ना हो पाएगा वहीं आखिर में टापू पर तैनात सौगिबरवा थाने पर तैनात एसओ सुनील बर्मा थाने से एंट्रीगेटेट लाइट को जलाने के लिए कहा तो सभी पुलिसवाले साथी बताने में जुट गये। जिसके साथ इतने साथियों का साथ हो तो भला कैसे न सफल हो आखिरकार चल ही गया।लेकिन अपने पीछे सवाल खड़ा कर दिया कि क्या इन्हीं लोगों के सारे नेपाल सीमा से सटे अति संवेदनशील जिलों की सुरक्षा हो पाएगी। वहीं पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि पंचायत चुनाव के मद्देनजर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। समय-समय पर यह प्रशिक्षण होता रहता है वैपन चलाने की जानकारी दी गई कुछ लोगों ने बड़े अच्छे से चला कर बताया और कुछ लोगों को दिक्कत थी उन्हें चलाकर सिखाया गया कैसे वेपन चलाया जाता है।
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