जनपद महराजगंज के ब्लाक बृजमनगंज के ग्राम सभा मटिहनवा मे हुए फर्जी भूगतान का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि विनोद जायसवाल ने दिनांक 22/07/2021 को पत्र के माध्यम से बीडीओ रणजीतसिंह को देते हुए आरोप लगाया कि ग्राम सभा मटिहनवा मे सेनेटाइजर एवं साफ सफाई के नाम पर सचिव कौशलेंद्र कुशवाहा ने बाबा ट्रेडर्स को रुपये 93550 का फर्जी भूगतान किया गया है बिना कार्य कराये सरकारी धन के गमन का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराने के लिए निवेदन किया। जिले की मीडिया टीम ने सत्यता की जांच लिए दूसरे दिन मटिहनवा ग्राम सभा के पुरैना,प्राथमिक विद्यालय, दुइधरवा, यादव टोला,नौडिहवा, बडिहारी मे बिना किसी को साथ लिए गांव मे मौजूद महिलाओं बच्चों बुजुर्गों से सीधा संवाद करते हुए जीरो ग्राऊंड सर्वे की रिपोर्ट तैयार कर व्हाट्सएप फेसबुक एवं अखबार के माध्यम से प्रमुखता से चलाया गया।खबर चलते ही ब्लाक के सभी ग्राम पंचायत मे हडकंप मच गया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन जिन ग्राम पंचायत में फर्जी धन कार्य किया गया था वहां के प्रधान ने सेनेटाइजर कराने का कार्य पुनः कराने का कार्य कियाभूकतानमीडिया द्वारा सीडीओ से फोन पर वार्ता हुई तो उन्होंने बताया कि डीपीआरओ कृष्ण बहादुर वर्मा को जांच के लिए सौंपा है।डीपीआरओ से वार्ता होने पर उन्होंने बताया कि जांच करने की जिम्मेदारी एडीओ पंचायत को दी गई है।जांच शुरू होने से पहले मामले में लीपापोती देख विनोद जायसवाल ने डीएम को ज्ञापन देकर उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की।जिलाधिकारी के आदेशानुसार डीपीआरओ महराजगंज ने एडीपीआरओ नित्यानंद प्रजापति को जांच अधिकारी बना कर 29/07/2021 को भेजा ।जांच अधिकारी ने पुरुष प्रधान के प्रतिनिधि पूरन यादव के साथ मटिहनवा चौराहा व ओरियपुर पहुंचे जहां पहले से ही भीड़ की टोली तैयार कर इकट्ठा किया गया था जहां कुछ लोगों द्वारा मीडिया पर खबर चलाने का आरोप लगाते हुए दुर्व्यवहार किया ।दिनांक 30/07/2021 को बृजमनगंज ब्लॉक के ग्राम मटिहनवा के ग्रामीणों ने साफ-सफाई व सैनिटाइजर के धनराशि के दुरुपयोग की जांच कराने की मांग को लेकर डीपीआरओ से मुलाकात की। ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा कि मटिहनवा में सफाई व सैनिटाइजेशन के नाम पर किए गए धन के दुरुपयोग के मामले में गांव के विनोद कुमार ने शिकायत की थी। जिसके क्रम में जांच के लिए सहायक जिला पंचायत राज अधिकारी को गांव में भेजा गया। जांच के लिए नामित अधिकारी द्वारा स्वयं ही चार जगहों पर मनमाने तौर पर बयान दर्ज कर लिया गया। गांव के अंदर ग्रामीणों का बयान निष्पक्ष तरीके से नहीं लिया गया। ग्रामीणों ने एडीपीआरओ के कृत्यों पर नाराजगी जताते हुए सही तरीके से जांच कराए जाने की मांग की। इस दौरान ध्रुवकुमार मौर्य, रामभरत, शोहरत, आलोक यादव, चौथी प्रसाद, संतोष यादव, आलम खां, तौलन, शिवांचल, सालिकराम, वीरेंद्र, बिंदू, बृजलाल, दयानाथ, शमशेर आलम, रामनाथ यादव आदि मौजूद रहे।
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