बहराइच 28 सितम्बर। मा. कृषि मंत्री उ.प्र. एवं प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त के निर्देशन में वर्चुअल माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी का जिला सूचना विज्ञान केन्द्र के वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष में सजीव प्रसारण किया गया।
गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव (कृषि) देवेश चतुर्वेदी द्वारा प्रदेश के किसानों को कृषि निवेशों की समय से उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु अधिकारियों को निर्देश दिये। श्री चतुर्वेदी द्वारा जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि अपनी देख-रेख में उर्वरक प्रतिष्ठानों पर कार्मिकों की ड्यूटी लगाकर उर्वरक का वितरण सुनिश्चित कराया जाय। जिलों में नहरों की टेल तक पानी पहुॅच रहा है कि नहीं इस बात का सत्यापन ग्राम्य विकास एवं विकास विभाग के कार्मिकों के माध्यम से कराये जाने के साथ टेल तक पानी की आपूर्ति भी सुनिश्चित करायी जाय। सभी राजकीय नलकूपों को पूरी क्षमता के साथ चलाया जाय तथा यांत्रिक एवं विद्युत दोष के कारण बन्द नलकूपों की अतिशीघ्र मरमम्त कराकर उन्हे भी क्रियाशील करायें।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत खारीफ 2021 में बीमित शत-प्रतिशत कृषकों का डाटा प्रत्येक दशा में 09 अक्टूबर 2021 तक बैंकों द्वारा अपलोड कर दिया जाये। साथ ही यह भी सुनिश्चित कराया जाय कि नामित बीमा कम्पनी द्वारा जनपद एवं ब्लाक मुख्यालयों पर अपने कार्यालय स्थापित किये जायें तथा तहसील स्तर पर फसल बीमा हेल्प डेस्क की स्थापना भी की जाय जिससे रबी 2021 में अत्यधिक क्षेत्राच्छादन कराकर कृषकों को लाभान्वित कराया जा सके। श्री चतुर्वेदी ने यह भी निर्देश दिया कि सब्जियों, मसूर एवं तिलहनी मिनीकिट का वितरण प्राथमिकता पर करते हुए जियो टैगिंग भी करायी जाय।
अपर मुख्य सचिव (कृषि) श्री चतुर्वेदी द्वारा निर्देश दिये गये कि साधन सहकारी समितियों पर अध्यक्ष/प्रशासक द्वारा कर्मचारी रखकर उर्वरकों का वितरण सुनिश्चित कराया जाय, समय से बीजों की उठान, बिक्री केन्द्रों पर प्रेषण तथा उसका वितरण कराते हुये अनुदान का भुगतान भी समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अन्तर्गत आधार के अनुसार नाम मिसमैच तथा इनवैलिड आधार के संशोधन की कार्यवाही भी समयबद्धता के साथ सुनिश्चित की जाय साथ ही बैंकों द्वारा फसली ऋण वितरण के लिए निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति भी समय से सुनिश्चित करते हुये अधिक से अधिक कृषकों को के.सी.सी. से आच्छादित कराना सुनिश्चित करें।
राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी के दौरान बताया गया कि जनपद बहराइच में रबी 2021-22 हेतु कुल 246162 हे. फसल आच्छादन का लक्ष्य रखा गया है जो कि गत रबी 2020 से 16507 हे. अधिक है। कुल खाद्यान्न एवं दलहन, तिलहन का उत्पादन लक्ष्य 681254 मै. टन रखा गया है, जो कि गत रबी 2020 से 52999 मै. टन अधिक है तथा प्रमुख फसल गेहूँ की उत्पादकता का लक्ष्य 36.26 कुं./हे. रखा गया है जो कि गत वर्ष की उत्पादकता (34.93 कुं./हे.) की तुलना में 1.33 कुं./हे. अधिक है। निर्देश दिये गये कि कृषि निवेशों की प्राप्ति एवं वितरण, सिंचाई व्यवस्था, के.सी.सी./फसली ऋण वितरण समय से कराते हुए निर्धारित लक्ष्य की प्राप्ति सुनिश्चित की जाये। गोष्ठी में विभिन्न विभागों से आये हुये कृषि अधिकारियों एवं कृषि वैज्ञानिकों द्वारा रबी में फसलोत्पादन की रणनीति पर चर्चा की गयी तथा कृषकों को समयबद्ध फसलों की बुवाई करने की सलाह दी गयी। गोष्ठी के अन्त में मा. कृशि मंत्री जी द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापित कर अधिक फसलोत्पादन हेतु किसानों को सुझाव दिये।
वर्चुअल माध्यम से आयोजित राज्य स्तरीय रबी उत्पादकता गोष्ठी के सजीव प्रसारण के अवसर पर एनआईसी कक्ष में मौजूद जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र द्वारा जिले के सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि गोष्ठी के माध्यम से दिये गये निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन कराकर रबी खाद्यान्न उत्पादन के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित की जाय।
इस अवसर पर उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, डॉ. बलवन्त सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, जिला कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा, मत्स्य विकास अधिकारी गणेश प्रसाद, सहायक निदेशक रेशम एस.बी. सिंह, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, उपसंभागीय कृषि प्रसार अधिकारी उदय शंकर सिंह, एल.डी.एम. अमित गौरव, अधि.अभि. स.न.ख.-5 दिनेश कुमार, जिला गन्ना अधिकारी शेलेश कुमार मौर्या, ए.आर. को-आपरेटिव बाबूराम तिवारी, जिला खाद्य विजणन अधिकारी संजीव कुमार सिंह, दुग्धशाला विकास अधिकारी नत्थू सिंह सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं रामफेर पाण्डेय, शशांक सिंह, हरिशारण सिंह प्रगतिशील कृषक तथा रामरतन अग्रवाल कृषक एवं फसल अवशेष प्रबन्धक (मै. विपुल इण्डस्ट्रीज) उपस्थित रहे।
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