Breaking News

आवश्यकता है “बेखौफ खबर” हिन्दी वेब न्यूज़ चैनल को रिपोटर्स और विज्ञापन प्रतिनिधियों की इच्छुक व्यक्ति जुड़ने के लिए सम्पर्क करे –Email : [email protected] , [email protected] whatsapp : 9451304748 * निःशुल्क ज्वाइनिंग शुरू * १- आपको मिलेगा खबरों को तुरंत लाइव करने के लिए user id /password * २- आपकी बेस्ट रिपोर्ट पर मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ३- आपकी रिपोर्ट पर दर्शक हिट्स के अनुसार भी मिलेगी प्रोत्साहन धनराशि * ४- आपकी रिपोर्ट पर होगा आपका फोटो और नाम *५- विज्ञापन पर मिलेगा 50 प्रतिशत प्रोत्साहन धनराशि *जल्द ही आपकी टेलीविजन स्क्रीन पर होंगी हमारी टीम की “स्पेशल रिपोर्ट”

Thursday, February 6, 2025 12:05:16 PM

वीडियो देखें

39 दिनों के आंदोलन के बाद हटाया गया पंचायत सचिव को, आदिवासी महासभा ने चक्का जाम की जगह निकाला विजय जुलूस

39 दिनों के आंदोलन के बाद हटाया गया पंचायत सचिव को, आदिवासी महासभा ने चक्का जाम की जगह निकाला विजय जुलूस
/ से बेखौफ खबर के लिए स्वतंत्र पत्रकार संजय पराते की रिपोर्ट

कल्याणपुर (सूरजपुर)। मनरेगा मजदूरी और आवास योजना में घोटाला करने वाले पंचायत सचिव चंदन गुप्ता को हटाने की मांग को लेकर आदिवासी एकता महासभा के नेतृत्व में पिछले 39 दिनों से चल रहा धरना आज पंचायत सचिव को हटाने का आदेश जारी होने के बाद समाप्त हो गया। मीडिया के लिए इस आदेश की प्रति जारी करते हुए अब आदिवासी एकता महासभा ने पीड़ित मजदूरों की मजदूरी और आवास योजना के प्रभावित हितग्राहियों की राशि का शीघ्र भुगतान करने की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि चंदन गुप्ता ग्राम पंचायत पाठकपुर के सचिव होने के साथ ही कल्याणपुर ग्राम पंचायत का भी प्रभार संभाल रहे हैं। उन पर मनरेगा मजदूरी और आवास राशि के भुगतान में घोटाला करने की शिकायत इन पंचायतों के ग्रामीणों ने सूरजपुर जनपद के कार्यपालन अधिकारी से की थी, लेकिन उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही थी।

ऐसी स्थिति में ग्रामीणों ने जनपद सदस्य किमलेश, सरपंच परमेश्वरी सिंह, पूर्व जनपद सदस्य बाल सिंह, पूर्व सरपंच सुरेंद्रलाल सिंह तथा आदिवासी एकता महासभा व छत्तीसगढ़ किसान सभा के नेताओं ऋषि गुप्ता, माधो सिंह, प्रदीप कुमार, भीम सिंह, जगदास, अलीराम राजवाड़े, केदार राजवाड़े, पारसनाथ सिंह, सुख साय, महेश, विमल सिंह, मन बोध, राजेश कौशिक, वेदनाथ राजवाड़े, बीरबल आदि के नेतृत्व में आंदोलन शुरू कर दिया था तथा अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरना में बैठ गए थे। धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी हिस्सेदारी कर रही थी। आंदोलनकारी नेताओं ने कई बार जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मिलकर दोषी सचिव के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की थी।

आज आदिवासी एकता महासभा द्वारा चक्का जाम की घोषणा की गई थी और महिलाओं सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए थे, लेकिन चक्का जाम आंदोलन के पहले ही तहसीलदार लटोरी ने उन्हें सचिव को हटाने की जानकारी दी। यह जानकारी मिलते ही आंदोलनकारियों का चक्का जाम विजय जुलूस में बदल गया। विजय जुलूस के बाद धरना स्थल पर आम सभा की गई तथा अनशनकारियों को जूस पिलाकर धरना समाप्त करने की घोषणा की गई।

व्हाट्सएप पर शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *