रिपोर्ट : रियाज अहमद
बहराइच 30 जून। आईजीआरएस सन्दर्भो की समीक्षा हेतु शनिवार को देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में समीक्षा के दौरान समाज कल्याण, विद्युत, पंचायती राज, स्वास्थ्य, जल निगम एवं बाल विकास व अन्य विभागों द्वारा निस्तारित किये गये सन्दर्भों में असंतुष्टि फीड बैक प्राप्त होने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित विभागों के ज़िला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्वयं मौके पर जाकर फरियादी से वार्ता कर प्रकरणों का गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित करें। बैठक में विद्युत विभाग के किसी अधिकारी के उपस्थित न होने पर डीएम ने कड़ी अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार अधिकारी से स्पष्टीकरण प्राप्त करने तथा अग्रिम आदेश तक वेतन बाधित करने का भी निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया कि तहसील व ब्लाक स्तर पर ऐसे ग्राम पंचायतों व ग्रामों का चिन्हीकरण किया जाय जहां से अधिक व बार-बार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। डीएम ने कहा कि ऐसे चिन्हित किये गये गांवों में एसडीएम व बीडीओ स्वयं जाकर शिकायतों का निस्तारण सुनिश्चित करें। डीएम ने यह भी निर्देश दिया कि मा. मुख्यमंत्री के जनता दर्शन में प्राप्त सन्दर्भों में समयबद्धता के साथ कार्यवाही की जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि विभाग के जिम्मेदार अधिकारी स्वयं देखे कि सन्दर्भ किसी भी दशा में डिफाल्टर की श्रेणी में न जाने पाये। सन्दर्भो के निस्तारण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाय। निस्तारण की गुणवत्ता संतोषजनक न होने पर जिले का रैंक प्रभावित होता है। सभी अधिकारी स्वयं भलि-भांति परीक्षण कर समयबद्धत्ता के साथ सन्दर्भो का गुणवत्तापरक निस्तारण सुनिश्चित कराये। निस्तारण की कार्रवाई से फरियादी का संतुष्ट होना आवश्यक है। बैठक के दौरान मुख्य राजस्व अधिकारी देवेन्द्र पाल सिंह, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, पयागपुर के दिनेश कुमार, कैसरगंज के पंकज दीक्षित, महसी के अखिलेश कुमार सिंह, मोतीपुर के संजय कुमार, नानपारा के अश्वनी पाण्डेय, सीएमओ डॉ. राजेश कुमार, डीडीओ महेन्द्र कुमार पाण्डेय, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, जिला विद्यालय निरीक्षक नरेन्द्र देव, डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी, डीपीओ राजकपूर सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
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