जितेन्द्र कुमार खन्ना.
विशेष संवाददाता.
राज्य मुख्यालय लखनऊ से
गोरखपुर निवासी रोहन जो कम्प्यूटर विज्ञान का 18 वर्षीय युवा छात्र था, को संयोगवश महाधमनी विच्छेदन और आरोही महाधमनी धमनी विस्तार का पता चला, जो खांसी के बाद महाधमनी चाप तक फैल गया था. जिसके लिए तत्काल शल्य चिकित्सा की आवश्यकता थी, क्योंकि रोग की प्रकृति जीवन के लिए खतरा थी, जिससे अचानक मृत्यु भी हो सकती थी और अन्य सहवर्ती रोग जैसे स्ट्रोक, आंत्र, गुर्दे की इस्केमिया या अंगों की इस्केमिया हो सकती थी।
रोग के निदान के बाद मरीज़ आर्थिक तंगी के कारण गुड़गांव, दिल्ली, बैंगलोर और उत्तर प्रदेश के विभिन्न संस्थानों में उपचार हेतु गया.
लेकिन अंत में एक उच्च जोखिम वाला ऑपरेशन, मॉडिफाइड बेंटाल + टोटल आर्क रिप्लेसमेंट किया गया जो 11 घंटे तक चला, जिसमें उसके रोगग्रस्त वाल्व, आरोही महाधमनी और आर्च को शहीद पथ लखनऊ स्थित टेण्डर पाम हॉस्पिटल में डॉ. विजय अग्रवाल (मुख्य हृदय शल्य चिकित्सक) के नेतृत्व वाली टीम द्वारा सफलतापूर्वक बदला गया,
जिसमें टेंडर पाम अस्पताल लखनऊ के डॉ. बृजेश कौशल (वरिष्ठ कार्डियक एनेस्थेटिस्ट) और डॉ. खालिद इकबाल, डॉ. सुनील गुंडुमाला और डॉ. अंशुमान वाजपेयी (हृदय शल्य चिकित्सक) शामिल थे।
इस टीम ने पिछले एक साल में इस तरह की 8 से अधिक प्रक्रियाएं की हैं, जिससे यह चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया सस्ती हो गई है.
रोहन का ये case उत्तर प्रदेश में अपनी किस्म का पहला हार्ट ऑपरेशन है.
इस ऑपरेशन के लिए कई महत्वपूर्ण चरणों की आवश्यकता होती है ताकि ऑपरेशन के दौरान होने वाली बीमारियों जैसे कि मीडियास्टिनल ब्लीड, स्ट्रोक, अंग, आंत्र इस्किमिया और गुर्दे की विफलता से बचा जा सके, जिसके लिए 8 यूनिट रक्त, अच्छे हेमोस्टेसिस और ऐसी चुनौतियों का सामना करने के लिए एक समर्पित टीम प्रयास की आवश्यकता होती है, जिससे अगली सुबह मरीज को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटाया जा सके और उसकी बिना किसी परेशानी के रिकवरी सुनिश्चित हो सके।
रोहन का ये ऑपरेशन मंगलवार 22 अप्रैल 2025 को किया गया था.
इस समय वो हॉस्पिटल में वरिष्ठ चिकित्सकों की निगरानी में स्वास्थ लाभ कर रहा है, पूर्णतः Fit होने पर उसे 30 अप्रैल तक Discharge कर दिया जायेगा.
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