चित्तौड़गढ़ दिनांक 20 जुलाई 24 महाराणा प्रताप राजकीय महाविद्यालय चित्तौड़गढ़ में भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष निर्मल देसाईका अभिनन्दन किया गया ।
डॉ सुषमा लोट ने बताया कि सह आचार्य निर्मल देसाई ने राजकीय महाविद्यालय, खेतड़ी से स्थानांतरित होकर जुलाई 2003 में राजकीय महाविद्यालय, चित्तौड़गढ़ पदस्थापित हुए । अपनी 21 वर्ष की सेवा पूर्ण की । इस अवसर पर “भूगोल में रोजगार के अवसर “पर सेमिनार का आयोजन किया गया ।
सेमिनार की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ हेमेन्द्र नाथ व्यास ने की । मुख्यअतिथि पूर्व प्राचार्य डॉ आर एल मारू रहे । कार्यक्रम में लेक्चरर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ,सुवानिया पूर्व छात्र लोकेश मेनारिया ने कहा 2003 प्रथम वर्ष भूगोल का अध्ययन निर्मल देसाई जी से किया ।आप ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों की आगे बढ़ कर अध्ययन अध्यापन में मदद करते है ।
पूर्व छात्र एवं लेक्चरर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ,लांगच बनवारी लाल भाम्बी ने निर्मल देसाई का स्वागत करते हुए बताया कि एक शिक्षक के साथ 15 वर्षो तक छात्रावास प्रभारी, 9 वर्ष तक राष्ट्रीय सेवा योजना में कार्यक्रम अधिकारी , छात्रवृत्ति समिति के सदस्य एवं प्रभारी , अनुसूचित जाति /जन जाति कल्याण समिति, प्रवेश समिति , एन्टी रेगिंग समिति, अनुशासन समिति जैसी महत्वपूर्ण समितियों में अपना योगदान दिया।
सहायक आचार्य बी एल कोली ने बताया कि देसाई अध्ययन अध्यापन के अतिरिक्त डॉ भीमराव अंबेडकर वेलफेयर सोसायटी ,चित्तौड़गढ़ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ,भारतीय दलित साहित्य अकादमी ,चित्तौड़गढ़ के संरक्षक, डॉ अम्बेडकर विचार मंच के सदस्य, डॉ भीमराव अंबेडकरअनुसूचित जाति जनजाति कर्मचारी -अधिकारी संघ के सक्रिय सदस्य के रूप में डॉ भीमराव अंबेडकर के आदर्शों को समाज में प्रचारित करने के लिए निरंतर कार्यशील हैं । सामाजिक न्याय के लिए संघर्ष के लिए अग्रगामी हैं ।
सहायक आचार्य अपेक्षा नागौरी ने बताया कि देसाई अनुसूचित जाति में शिक्षा के साथ आडम्बरों से जागरूकता के लिए कार्य कर रहे हैं।
इस अवसर पूर्व छात्र अमृत कुम्हार, अशोक सालवी ,शिप्रा व्यास ,सोहन अहीर, टीना शक्तावत, आयुष सोनी, विजय खटीक,ख्याती सुनिया ने को बधाई देते हुए पगड़ी एवं उपरने से स्वागत किया । एम ए के छात्रों ने केक काटकर 21 वषों की यात्रा को यादगार बनाया ।
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