दलालों के खिलाफ शासन द्वारा मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को लगातार जारी किए जा रहे निर्देश
रिपोर्ट : डी. पी.श्रीवास्तव/मनोज शर्मा
बहराइच। सरकारी दफ्तरों में निजी कर्मचारियों द्वारा अवैध वसूली की लगातार मिल रही शिकायतों को लेकर प्रदेश के सभी मंडलायुक्तों व जिला अधिकारियों को लिखित आदेश पूर्व से ही दिया जा रहा है कि सभी बाहरियों को ढूंढ ढूंढ कर सरकारी दफ्तरों से बाहर किया जाए। सरकार द्वारा साफ़-साफ़ कहा गया है कि किसी भी कीमत पर प्राइवेट लोगों से काम न लिया जाए।प्रमुख सचिव ने राजस्व परिषद के आदेश दिनांक 29/8/023 व 26/07/024 का हवाला देते हुए साफ साफ कहा है कि बार-बार आदेश जारी किए जा रहे हैं, अब सरकारी दफ्तर में कोई भी बाहरी व्यक्ति कार्य करते पाया गया तो कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
बावजूद एआरटीओ कार्यालय में सरकार के आदेशों का पालन न होते देख विगत कई वर्षों से संभागीय परिवहन विभाग बहराइच में कुकुरमुत्ते की तरह व्याप्त भ्रष्टाचार व दलाली को लेकर शिव सेना शिंदे गुट के जिलाध्यक्ष अर्जुन पंडित शिवाकांत द्वारा न सिर्फ मोर्चा खोल दिया गया, बल्कि खुलेआम हो रहें संबंधित भ्रष्टाचार की जानकारी से मुख्यमंत्री,परिवहन मंत्री व जिलाधिकारी को भी अवगत करवाया गया है।कठोर जांच एवं कार्यवाही हेतु उक्त को भेजे गए शिकायती पत्र में श्री पंडित द्वारा सीधा आरोप लगाया गया है कि संभागीय सहायक परिवहन अधिकारी राजीव कुमार/ओपी सिंह, व दलाल माफिया मनीष जायसवाल जो कि माफिया गब्बर सिंह का सहयोगी व उनके साथ कई अपराधों में सह अभियुक्त रहा है।जिसके ऊपर कई मुकदमें दर्ज हैं।जो कि अब दलाल आलोक शुक्ला जो कि सत्तापक्ष के नाम पर एक के बदले चार एफआईआर करवाने की बात कहकर कार्यालय में ही लोगों को धमकाते नजर आता है। मानो सरकारी कुर्सी उसे सरकार ने दे रखी हो व अन्य दलालों को विभाग में बैठा कर राजीव कुमार/ओपी सिंह व सत्तापक्ष के कुछ नेताओं के सहयोग से खुलेआम दलाली करवाकर शासन के आदेशों का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है।लोगों द्वारा करवाई जा रही फाइनेंस गाड़ियों में भी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करवाने में धन की अवैध वसूली करवाई जा रही है।राज तिवारी जो कि सारथी सुपर वाइजर के पद पर साधारण वेतन पर तैनात होने के बाद भी राजीव कुमार का खास होने के कारण अवैध रूप से दलाली के माध्यम से धन अर्जित कर रहा है।कुर्सी पर उनके बैठने व पब्लिक को हड़काने का काम बिल्कुल माफियाई अंदाज में दिखता है।जबकि विभाग में इनका काम फोटो खींचना बताया जाता है।बावजूद फाइलों के साथ इन्हें वसूली
करते भी देखा जा सकता है।श्री पंडित द्वारा यह भी आरोप लगाया गया है कि हाल ही में संलगनक छपी एक खबर पर जनपद की तेज तर्रार जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा राजीव कुमार को तलब कर संबंधित दलाल के खिलाफ दिए गए एफआईआर के आदेश की न सिर्फ धज्जियां उड़ाई गई बल्कि सुशील कुमार स्वर्णकार व अतीक उल्ला खान जो की उक्त विभाग में बाबू के पद पर तैनात हैं इनके द्वारा थाना रामगांव में एफआईआर हेतु दिए गए शिकायती पत्र में ज्ञात दलाल को अज्ञात बताकर संबंधित दलाल को बचाने का पूरा प्रयास किया गया। श्री पंडित द्वारा लिखा गया कि एआरटीओ राजीव कुमार/ओपी सिंह न सिर्फ दलालों के साथ देखे जा रहे हैं बल्कि स्वयं भी भ्रष्टाचार में संलिप्त होकर उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। ओपी सिंह द्वारा दलाल इसरार के माध्यम से इंट्री आदि गाड़ियों से अवैध वसूली करवाए जाने की बात भी सामने आ रही है।जिसका भंडा फोड़ बहराइच की मीडिया द्वारा भी पूर्व में किया जा चुका है।बावजूद ओपी सिंह कहते हैं कि यह मेरा ड्राइवर है।आरोप यह भी है कि विगत कई वर्षों से बहराइच में ही जमे और सेवानिवृत्त की दहलीज पर पहुंचे अतीक उल्ला खान की भी आय से अधिक संपत्ति की जांच होनी चाहिए।जिनके चिन्हित दलाल आदि एआरटीओ कार्यालय के नियम विरुद्ध तरीकों से बड़े पैमाने पर विगत कई वर्षों से जरूरतमंदों से वसूली करते चले आ रहे हैं।मालूम हो कि उक्त विभाग में अब तक कई बार जिला प्रशासन द्वारा छापेमारी की जा चुकी है।कई दलाल पकड़े भी जा चुके हैं।जिनकी तस्वीरें स्थानीय मीडिया में भी प्रमुखता के साथ प्रकाशित की गई थी।बावजूद उक्त विभाग में विभागीय संलिप्तता के कारण वषों से चली आ रही दलाली रुकने का नाम नहीं ले रही। फिलहाल मामला जो भी हो लेकिन जिलाधिकारी के आदेश की धज्जियां उड़ाने वाले विभाग की यदि मुख्यमंत्री व परिवहन मंत्री द्वारा जनपद के उक्त विभाग में प्वाइजन की तरह फैले भ्रष्टाचार का संज्ञान लिया जाता है तो संदर्भित प्रकरण बहुत ही रोचक मोड़ पर आ खड़ा होगा।संदर्भित प्रकरण के संदर्भ में जब एआरटीओ राजीव कुमार से दिन के 11.55 पर उनके सेल फोन पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन नेटवर्क प्राब्लम की वजह से कई प्रयास के बाद भी उनसे बात नही हो सकी।पुनः 1.17 पर जब श्री कुमार से बात करने की कोशिश की गई तो दो प्रयास के बाद भी उनका सेल फोन नहीं उठा।जबकि शिव सेना जिलाध्यक्ष ने पूछने पर बताया कि मुद्दा बहुत गंभीर है।उक्त विभाग में भ्रष्टाचार व दलाली को रोक पाने में जिला प्रशासन भीं नाकाफी साबित हो रहा है।इसीलिए हमने प्रदेश के ईमानदार क्षवि के मुख्यमंत्री आदरणीय योगी जी को शिकायती पत्र भेजकर उक्त विभाग पर कठोर कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
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