यूपी के गाजीपुर जिले से मंगलवार दोपहर एक एक बेहद दर्दनाक खबर बाहर आई है। जंगीपुर थाना क्षेत्र के मेहर अलीपुर गांव में दीवार ढहने से 4 लोगों की मौत हो गई जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। जंगीपुर थाना क्षेत्र के मेहरल्लीपुर (भवरी) गांव में बेसो नदी के किनारे स्थित अंग्रेजों के समय की निर्मित नील गोदाम की 250 चौड़ी दीवार मंगलवार को एकाएक भरभरा कर गिर गई। हादसे में चार युवकों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना पाकर तत्काल सदर एसडीएम शिवशरण अप्पा और जंगीपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। हादसे की छानबीन के बाद अफसर वापस लौट गए। पुलिस ने सभी शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इलाके के मेहरल्लीपुर (भवरी) निवासी चिरकुट बिंद का पुत्र रमेश बिंद (22), केवल बिंद का पुत्र धर्मेंद्र (21), महेंद्र बिंद का पुत्र उमेश (20), बेचन बिंद का पुत्र अच्छेलाल (21) और रामध्यान बिंद का पुत्र गुड्डू (20) मंगलवार को सुबह दस बजे बेसो नदी के किनारे स्थित अंग्रेजों के जमाने की निर्मित नील गोदाम के पुराने खंडहर के पास पहुंच कर ठंड में धूप का आनंद ले रहे थे। दिन में करीब साढ़े 11 बजे ईंट और सुर्खी-चूना से निर्मित गोदाम के जर्जर दीवार पर बैठे थे। इसी बीच दीवार एकाएक हिलने लगी। युवक कूद कर जान बचा पाते कि दीवार धराशायी हो गई। इसमें रमेश बिंद, धर्मेंद्र, उमेश और अच्छेलाल मलबे में दब गए, जबकि गुड्डू का केवल जंघा ही मलबे की जद में आया। इसके बाद गुड्डू शोर मचाने लगा। आवाज सुनकर आस-पास खेतों में काम कर रहे लोग मौके की तरफ दौड़ पड़े। सूचना मिलते ही मलबे में दबे युवकों के परिजन भी बदहवास हो घटना स्थल पर पहुंचे। पुलिस को हादसे की सूचना दी गई। घटना स्थल पर हजारों की भीड़ जुट गई। शोर-शराबे के बीच ग्रामीण मलबे को हटाने में जुट गए। जब तक लोगों ने मलबे को हटाया, तब तक रमेश, धर्मेंद्र, उमेश अच्छेलाल की मौत हो चुकी थी। हादसे के बाद पूरे गांव में कोहराम मच गया। परिवार के लोग शव के पास बैठ कर चीख-पुकार करने लगे। कुछ ही देर बाद जंगीपुर थाने की पुलिस के साथ ही सदर एसडीएम शिवशरण अप्पा मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक के परिजनों से घटना की जानकारी दी। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने कहा कि हादसा काफी दुखद है। सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
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