फिरोजाबाद में 10 दिनों के अंदर पुलिस हिरासत में मौत का एक और मामला सामने आया है। इस बार हिरासत में मरने वाली बुजुर्ग महिला है। आरोप है कि पुलिस की पिटाई से महिला की हालत बिगड़ गई। ट्रामा सेंटर में उसने दम तोड़ दिया। मामला थाना उत्तर के मोहल्ला सत्यनगर टापा का है। अवैध शराब की बिक्री की सूचना पर पुलिस दबिश देकर मोहल्ले में रहने वाले उमाशंकर को पकड़ ले गई। युवक के साथ उसकी पत्नी और 65 वर्षीय मां पुष्पादेवी भी थाने पहुंच गईं। उमाशंकर का आरोप है पुलिस ने उसे, उसकी पत्नी और मां को थाने में पीटा। इससे 65 वर्षीय मां की हालत बिगड़ी। युवक थाने से मां को लेकर ट्रामा सेंटर आया। जहां रात तकरीबन 12 बजे महिला की मौत हो गई। पुष्पादेवी की मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने रातभर हंगामा किया। अस्पताल से शव नहीं उठने दिया। पुलिस के आला अफसर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाया। सुबह चार बजे महिला का शव पोस्टपोर्टम के लिए भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। डॉक्टर ने मौत की वजह हार्ट अटैक बताई है। वहीं मृतका के बेटे का आरोप है कि पुलिस की पिटाई से ही मां की मौत हुई है। हालांकि अभी उसने कोई तहरीर नहीं दी है। उमाशंकर का कहना है कि किसी ने उसके घर में अवैध शराब होने की गलत मुखबरी की थी। इस पर पुलिस उसे घर से उठा ले गई। बेटे को छुड़ाने मां और उसकी पत्नी भी थाने आ गईं। आरोप है कि पुलिस ने तीनों को लात-घूंसों से पीटा। इस संबंध में थाना प्रभारी उत्तर रविंद्र दुबे ने कहा कि जो भी आरोप लग रहे हैं, पूरी तरह से गलत है। पुलिस किसी महिला को थाने लेकर नहीं आई है। महिला की बीमारी से हुई है। गौरतलब है कि जिले में 10 दिनों के अंदर पुलिस हिरासत में मौत का यह दूसरा मामला है। इससे पहले 22 नवंबर को थाना मक्खनपुर में एक युवक की मौत हो गई थी। इस मामले में एसएसपी सचिंद्र पटेल ने एसएचओ थाना मक्खनपुर, एसआई और हेड मोहर्रिर को निलंबित कर दिया है।
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