बहराइच 18 नवम्बर। उ.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा विकास भवन सभागार में जनपद स्तरीय आरएफ, सीआईएफ एवं जीविकोपार्जन निधि के वितरण हेतु मेगा कैम्प का आयोजन किया गया। मेगा कैम्प में जनपद के विभिन्न विकास खण्डों के 96 स्वयं सहायता समूहों को रिवाल्विंग फण्ड, 135 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि, 21 ग्राम संगठन को जोखिम निवारण निधि, 38 ग्राम संगठनों को आजीविका निधि एवं 21 ग्राम संगठनों को कार्यालय स्थापना हेतु स्टार्टअप कास्ट के रूप में स्वयं सहायता समूहों के पदाधिकारियों को कुल धनराशि रू. 28420700 अवमुक्त करते हुए स्वीकृति पत्र वितरित किया गया। मेगा कैम्प का शुभारम्भ उपायुक्त स्वतः रोजगार एवं समूह की महिलाओं के द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। राज्य परियोजना प्रबन्धक शैलेन्द्र कुमार त्रिपाठी द्वारा बताया गया कि भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत ग्रामों के गरीब परिवारों की महिलाओं को जोड़कर स्वयं सहायता समूहों का गठन व इन समूहों को जोड़कर ग्राम संगठन का गठन कर महिलाओं में सशक्तीकरण एवं आत्मविश्वास की ओर मजबूत करने हेतु एवं उनके आजीविका संवर्धन के प्रयासों में राज्य सरकार की उत्कृष्ट भूमिका के बारे में विस्तृत तरीके से बताया गया कि कैसे आज उ.प्र. सरकार के प्रयासों द्वारा ग्रामीण लोगों के गरीब परिवार अपने आजीविका संवर्धन के प्रयासों से आगे बढ़ाते हुए इस योजनान्तर्गत लाभान्वित हो रहे हैं। मेगा कैम्प के इस कार्यक्रम में उपायुक्त स्वतः रोजगार सुरेन्द्र कुमार गुप्त द्वारा बताया गया कि जिन स्वयं सहायता समूहों द्वारा सामुदायिक निवेश निधि व आजीविका निधि प्राप्त किया गया है, उनके द्वारा विभिन्न प्रकार के कार्य किए जा रहे हैं। जनपद में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की प्रगति के बारे में विस्तृत तरीके से बताया गया और यह भी बताया गया कि जनपद को प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति कई बिन्दुओं में संतोषजनक है। समूहों एवं ग्राम संगठनों को प्रदान की जाने वाली धनराशि आरएफ, सीआईएफ, वीआरएफ एवं लाइवलीहुड फण्ड की उपयोगिता के बारे में विस्तार से बताया गया। मंच का संचालन करते हुए जिला मिशन प्रबन्धक-लाइवलीहुड मृगांक शेखर उपाध्याय द्वारा बताया गया कि मिशन के प्रयासों से समूह की महिलाओं की आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है, महिलाओं की सामाजिक भागीदारी, स्वास्थ्य, शिक्षा स्वच्छता, सामाजिक विकास, आजीविका संवर्धन एवं कौशल विकास इत्यादि पर इनकी जागरूकता बढ़ रही है एवं इनके सम्पूर्ण विकास हेतु प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर फखरपुर व बलहा की समूह की सदस्यों ने समूह में जुड़ने से पूर्व एवं बाद के अनुभवों को साझा किया एवं अपने जीवन में आये सामाजिक आर्थिक परिवर्तन को बताया। कार्यक्रम में जनपद के जिला मिशन प्रबन्धक एमआईएस अनुराग, समस्त विकास खण्डों से स्वयं सहायता समूहों/ग्राम संगठनों से आए हुए सदस्यों, समस्त मिशन कर्मचारी, एनआरओ कर्मचारी, सहायक विकास अधिकारी (आईएसबी) एवं आजीविका मिशन कार्यालय के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
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