गांधीपार्क थाना क्षेत्र के नौरंगाबाद के एक सात वर्षीय मासूम को ट्यूशन टीचर द्वारा बुरी तरह से मारपीट करने का मामला सामने आया है। जिसके तहत शिक्षक ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी हैं। इसी के साथ नादान मासूम शिक्षक की सारी क्रूरता सहता रहा। कक्षा दो में पढ़ने वाला यह बच्चा फिलहाल मानसिक रूप से परेशान हो गया है। इसी के साथ पिता भी यह सीसीटीवी फुटेज देखकर दो दिन से काफी परेशान हैं। वीडियो को देखकर पिता गांधीपार्क थाने पहुंचा। आरोप है कि यहां थानाध्यक्ष मौजूद नहीं थे। इसी दौरान आरोपी शिक्षक अपने दो भाइयों और एक नेता के साथ वहां पहुंचा और राजीनामा का दबाव बनाया। सिपाहियों ने पीड़ित पिता द्वारा तहरीर को भी नहीं लिया, कहा साहब को ही दे देना। पीड़ित पिता फिलहार मानसिक रोग विशेषज्ञ से बच्चे का इलाज कराने की कह रहा है। बता दें कि नौरंगाबाद के दुर्गा नगर-विकास नगर की गली नंबर दो के रहने वाले अमित कुमार शर्मा के सात वर्षीय पुत्र अनुज कुमार शर्मा को शास्त्री नगर का एक शिक्षक ट्यूशन पढ़ाता है। शुक्रवार को अमित अपनी सीसीटीवी फुटेज चेक कर रहा था। इसी दौरान 15 तारीख की वीडियो फुटेज देख उसके होश उड़ गए। जैसे ही उसने अपने बेटे को ट्यूशन शिक्षक द्वारा पिटता हुआ देखा तो वीडियो को और पीछे रिवाइन करके देखा। इस वीडियो में देखा कि शिक्षक बच्चे को गाड़ी की चाबी से मार रहा है। उसकी चारों उंगली मुंह में दबा ली। थप्पड़ मारते हुए अपने पैरों से उसके पैरों को दबा रहा है। वहीं मासूम कराहने के अलावा कुछ नहीं बोल पा रहा है। बाल पकड़ कर खींचते हुए डांट रहा है। दोनों कान पकड़कर खींच रहा है। नादान मासूम अनुज इस वीडियो में बुरी तरह से रो रहा है। वीडियों में यह भी सामने आया कि शिक्षक पानी पिलाकर उसे पीटता रहता है। यह देख पिता के अमित के होश उड़ गए। इसके बात बेटे से पिता ने पूछा तो उसने कुछ नहीं बताया। जब कहा कि अब यह टीचर दोबारा नहीं आएगा तो सारी बात बताई। इसके बाद पीड़ित पिता तहरीर लेकर गांधीपार्क थाने पहुंचा। यहां सिपाहियों ने थानाध्यक्ष न होने की बात कही। पिता का आरोप है कि इसी दौरान आरोपी टीचर अपने दो भाइयों और एक नेता के साथ वहां पहुंच गया। यहां टीचर ने अपनी गलती मानी। वहीं आरोपी के बड़े भाई ने भी गलती मानते हुए उचित दंड देने की बात कही। जबकि तीसरे भाई ने कहा कि तहरीर से कुछ होने वाला नहीं है। मैं इसे तो छुड़ा लूंगा, बाद में दुश्मनी आपको महंगी पड़ेगी। नेता ने भी मामला रफा दफा करने की कहा। पीड़ित ने जब सिपाहियों को तहरीर दी तो उन्होंने नहीं ली। कहा बाद में आना। पीड़ित पिता ने बताया कि वह अभी तक इस सदमे से नहीं निकल पाया है। जबकि उसका बेटा अब मायूस सा रहता है। फिलहाल वह किसी मानसिक रोग विशेषज्ञ के पास ले जाने की कह रहा है। उसने कहा कि हमें न्याय मिलना चाहिए।
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