दिवाली पर पटाखे जलाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के द्वारा जारी गाइडलाइन्स की अनदेखी करने के मामले में नोएडा में यूपी पुलिस ने 48 लोगों को गिरफ्तार किया. दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने आदेश जरी करते हुए कहा था कि दिवाली पर पटाखे सिर्फ 8-10 बजे तक ही फोड़े जाएंगे. बावजूद इसके नोएडा समेत पूरे यूपी में इस आदेश की धज्जियां उड़ाई गई. राजधानी लखनऊ समेत तमाम जिलों में सुबह डेढ़ से दो बजे तक आतिशबाजी का सिलसिला जारी रहा.इस दौरान नोएडा में डायल 100 की गाड़ियों ने रात 10 बजे के बाद पटाखे जलाते लोगों को गिरफ्तार किया. हालांकि गिरफ्तार 48 लोगों को निजी मुचलका जमा करने के बाद छोड़ दिया गया. बता दें सुप्रीम कोर्ट ने आदेश देते हुए कहा था कि रात 8-10 बजे तक ही आतिशबाजी होगी. आदेश में यह भी कहा गया था कि इस नियम के आदेश का पालन करवाने की जिम्मेदारी संबंधित थाने के एसएचओ की होगी. इस आदेश का उल्लंघन का मतलब कोर्ट के आदेश की अवहेलना होगी.सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश के बावजूद पूरे यूपी में देर रात तक जमकर आतिशबाजी हुई. इसी वजह से गुरुवार सुबह दिल्ली, एनसीआर समेत लखनऊ के कई जिलों में धुंध की मोटी चादर देखने को मिली. आलम यह था कि वायु प्रदूषण के मामले में मुरादाबाद और राजधानी लखनऊ सबसे ऊपर रहे. मुरादाबाद अक एयर क्वालिटी इंडेक्स 412 तो लखनऊ का 411 रिकॉर्ड किया गया. एक सफ्ताह पहले जारी किए गए एक्यूआई स्तर की बात करें तो राजधानी के अलीगंज और ट्रांसगोमती इलाके में 290 और 310 के आस-पास था. लेकिन दिवाली की रात ही इसमें 100 से ज्यादा अंकों की बढ़त दर्ज की गई है. कमोबेश दिल्ली और एनसीआर के हालात भी ऐसे रहे. दिल्ली का एक्यूआई 329 रिकॉर्ड किया गया. गाजियाबाद 355, नोएडा 360, आगरा 308 और वाराणसी का एक्यूआई 340 रिकॉर्ड किया गया. पश्चिम यूपी के भी कई शहर जहरीली हवा की चपेट में हैं.प्रो ध्रुवसेन ने कहा कि दिवाली की रात लखनऊ में सांस लेने वाली हवा नहीं थी. हवा में ऑक्सीजन की मात्रा काफी कम थी. इसकी वजह सिर्फ आतिशबाजी नहीं थी. एयर क्वालिटी इंडेक्स के गिरने की वजह मौसम में बदलाव भी रहा. जिस तरह से मौसम बदला है, उसके साथ आतिशबाजी और पक्षुआ हवा भी इसके लिए जिम्मेदार हैं.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






