रेहुवा राजघराने के राजमहल के ठाकुरद्वारा से मंगलवार की रात भगवान लक्ष्मण की बेशकीमती प्रतिमा चोरी हो गई। बुधवार को भोर पुजारी जब पूजा अर्चना को मंदिर पहुंचे। तब उन्हें चोरी की भनक लगी। सूचना मिलते ही एएसपी अजय प्रताप सिंह ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। तहकीकात में फील्ड यूनिट की मदद ली जा रही है। देहात कोतवाली के बेड़नापुर स्थित रेहुवा राजघराने के राजमहल के दाहिनी ओर सरयू नदी के किनारे प्राचीन ठाकुर द्वारा स्थित है। यहां के पुजारी रामेन्द्र कुमार बुधवार को सुबह पूजा अर्चना को पहुंचे, तो मेन गेट का ताला टूटा देखा। वह अंदर पहुंचे तो लक्ष्मण की बेशकीमती अष्टधातु की प्रतिमा गायब मिली। जब इसकी भनक लोगों को लगी, तो लोग ठाकुरद्वारा पहुंचने लगे। पुजारी ने इसकी जानकारी राजमाता रानी किरन सिंह को दी। उनकी बड़ी बेटी राजकुमारी देविना सिंह दिल्ली में हैं।
सन 1984 में भी इस ठाकुरद्वारा से भगवान राम व मां जानकी की दो बेशकीमती प्रतिमाएं चोरी हुई थी। जिन्हें पुलिस ने बाद में बरामद कर लिया था। बरामद प्रतिमा अभी भी सरकारी मालखाने में जमा है। मूर्ति चोरी की सूचना मिलते ही बेड़नापुर पुलिस चौकी प्रभारी केदार राम पुलिस बल के साथ पहुंचे। उन्होंने अफसरों को वारदात की जानकारी दी। देहात कोतवाल आरपी सोनकर भी मौके पर पहुंचे। कुछ समय बाद एएसपी सिटी अजय प्रताप सिंह, स्वाट टीम प्रभारी जय नारायण शुक्ला, फील्ड यूनिट के साथ पहुंच गए। प्रकरण की गहन तहकीकात शुरू की गई। इस मामले में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल सका है। पुजारी रामेन्द्र कुमार के मुताबिक बुधवार की रात में गर्भ गृह का ताला नहीं लग सका था। इसलिए मेनगेट में ताला लगाया गया था आशंका जताई जा रही है कि मेनगेट के बगल में स्थित जीने के रास्ते चोरों ने वारदात को अंजाम दिया है। देहात कोतवाल आरपी सोनकर ने बताया कि तहरीर मिलते ही केस दर्ज कर लिया जाएगा।
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