बहराइच और गोंडा के कप्तानों से डीजीपी मुख्यालय की तरफ से नोटिस जारी कर दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक मामले पर जवाब माँगा गया है आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करने की कवायद में लगे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह उस समय नाराज हो गए, जब उन्हें पता चला कि विस्तृत दिशा-निर्देशों के बाद भी कई जगह दुर्गा प्रतिमा विसर्जन को लेकर हिंसा की घटनाएं हुईं. यही नहीं डीजीपी मुख्यालय की तरफ जिलों के कप्तानों की अलर्टनेस चेकिंग में भी कई अफसर फेल साबित हुए. अब डीजीपी मुख्यालय की तरफ से सभी को नोटिस जारी हो रहे हैं.दरअसल विजयदशमी के दौरान प्रदेश में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसक घटनाओं पर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कड़ी नाराजगी जाहिर की. मामले में गोंडा और बहराइच के एसपी को डीजीपी की तरफ से नोटिस जारी किया गया है. आरोप है कि डीजीपी मुख्यालय की तरफ से पहले से ही प्रदेश के सभी जिलों के कप्तानों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए थे. लेकिन इसके बाद भी यहां के कप्तानों ने इन निर्देशों का पालन नहीं किया. मामले में अब कप्तान अपनी तरफ से जवाब डीजीपी मुख्यालय को भेजेंगे.इसके अलावा प्रदेश के डीजीपी मुख्यालय की तरफ से रिस्पॉन्स टाईम चेक में उन्नाव, मऊ और मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों के कप्तान फंस गए हैं. इसमें इन जिलों के कप्तानोें की अलर्टनेस चेक की गई. साथ ही औचक जांच की गई, जिसमें यहां के पुलिस प्रशासन का रिस्पांस टाइम संतोषजनक नहीं मिला. मामले में डीजीपी मुख्यालय की तरफ से नोटिस जारी किया जाएगा. उधर डीजीपी मुख्यालय की तरफ से की जा रही इस कवायद से प्रदेश के कई जिला कप्तानों पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है.
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