उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने भाजपा जमकर निशाना साधते हुए कहा कि लोकसभा के आगामी चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष व योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बलिया में रसड़ा स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि चुनाव होने दीजिये भाजपा को तब पता लगेगा। गोरखपुर, फूलपुर व कैराना से हार का आगाज हो चुका है। यदि सरकार की ऐसी ही कार्यपद्धति रही तो आगामी लोकसभा चुनाव में बुरा हश्र होगा। सेक्युलर मोर्चे के नेता शिवपाल सिंह यादव को आवास आवंटन को लेकर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि सपा को कमजोर करने के लिये शिवपाल यादव को आवास आवंटित किया गया है। साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शिवपाल को तो सरकार भाजपा का कार्यालय भी आवंटित कर सकती है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश का नौकरशाह पालन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने स्वयं के विभाग के एक प्रकरण का हवाला देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने अन्य पिछड़ा वर्ग के शुल्क प्रतिपूर्ति के लिये 84 करोड़ रुपये एक माह में जारी करने का निर्देश दिया है लेकिन ढाई महीने के बाद भी यह धनराशि जारी नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों का भी सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है। नौकरशाही शिकायत के निस्तारण की केवल खानापूर्ति कर रहे हैं। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर कहा कि पुलिस गरीब को उसके घर से उठाती है, उसका दो बार चालान करती है, फिर इनकाउंटर हो जाता है। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि यदि 38,000 करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी गंगा की सफाई नहीं हुई है तो कुछ तो गड़बड़ है। इस पैसे को गरीबों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च किया जाता तो करोड़ों लोगों का भला हो सकता था। ओमप्रकाश राजभर ने शिवपाल यादव को मायावती का बंगला दिए जाने पर भी विरोध जताया। उन्होंने कहा कि मैं 18 महीने से अपनी पार्टी के कार्यालय के लिए आवास मांग रहा हूं, लेकिन मुझे अब तक नहीं दिया गया। जबकि शिवपाल को मायावती का आलीशान बंगला दे दिया गया। शिवपाल यादव पिछड़ों के हक के लुटेरे हैं और वह भारतीय जनता पार्टी को संसदीय चुनाव में वोट नहीं दिलवा सकते। ओमप्रकाश राजभर के पास वोट बैंक है। वह वोट बैंक है जो खुद भी ले सकता है और दूसरे को भी दिलवाने की क्षमता रखता है। गुजरात में गरीबों पर हो रहे अत्याचार पर राजभर ने कहा कि यह भाजपा के लिए जहर बनेगा और पूरे देश में इसकी सजा उसको मिलेगी। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि देश और प्रदेश की सरकार जनता को ठगने का काम कर रही है। पिछड़ों के वोट पर सरकार बनाने के बाद उसे ही भूल जाती है। पिछड़ी जाति के लोगों को छात्रवृत्ति का पैसा देने के लिए सरकार के पास पैसा नही हैं, लेकिन गंगा की सफाई के लिए है। उन्होंने कहा कि पिछड़ों की जो सरकार मदद नहीं करती हैं। वे सरकार बनाते हैं तो गिराते भी हैं। अगर 27 फीसदी आरक्षण में बंटवारा नहीं हुआ तो आगामी लोकसभा चुनाव 2019 में यही पिछड़े अति दलित, अति पिछड़े, सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे। राजभर ने कहा कि आगामी 27 अक्टूबर को लखनऊ के रमाबाई मैदान में सरकार को अपनी मांग मनाने के लिए मजबूर कर दिया जाएगा। सूबे की योगी सरकार को चेताते हुए कहा कि अगर 27 फीसदी आरक्षण में बटवारा नहीं करती है तो गठबंधन रहेगा या नहीं, यह उसी दिन तय होगा। विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव अरविंद राजभर ने कहा कि वर्ष 2022 के चुनाव में बांसडीह की धरती से विधायक नहीं मुख्यमंत्री बनाने का काम होगा। ओमप्रकाश राजभर ने शिवपाल यादव को मायावती का बंगला दिए जाने पर भी विरोध जताया। मैं 18 महीने से अपनी पार्टी के कार्यालय के लिए आवंटन मांग रहा हूं, लेकिन मुझे अब तक नहीं दिया गया। जबकि शिवपाल को मायावती का आलीशान बंगला दे दिया गया। शिवपाल यादव पिछड़ों के हक के लुटेरे हैं और वह भारतीय जनता पार्टी को संसदीय चुनाव में वोट नहीं दिलवा सकते। ओमप्रकाश राजभर के पास वोट बैंक है। वह वोट बैंक है जो खुद भी ले सकता है और दूसरे को भी दिलवाने की क्षमता रखता है। गुजरात में गरीबों पर हो रहे अत्याचार पर राजभर ने कहा कि यह भाजपा के लिए जहर बनेगा और पूरे देश में इसकी सजा उसको मिलेगी।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






