बहराईच। जिला चिकित्सालय के चिल्ड्रेन वार्ड में मात्र डेढ़ माह में सत्तर से अधिक बच्चों की आकस्मिक मृत्यु पर स्वास्थ्य विभाग ने आनन फानन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 ओ0 पी0 पांडेय को सिद्धार्थनगर स्थान्तरित कर दिया और सोशल मीडिया पर चल रही खबर कि बच्चे मरते रहे मंत्री (अनुपमा जायसवाल) डांस करती रही पर विराम अवश्य लग गया है। हालांकि पूर्व सीएमएस डॉ0 ओ0 पी0 पाण्डेय बिना चार्ज दिए फरार हो गए हैं और इनके स्थान पर तैनात किए गए डॉ0 डी0 के0 सिंह ने शासन के निर्देशानुसार पदभार ग्रहण कर लिया है। डॉ0 डी0 के0 सिंह के चार्ज ग्रहण करते ही जिलाचिकित्सालय में हाई प्रोफाइल ड्रामा शुरू हो गया है। हुआ यह कि गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज में बड़ी संख्या में अस्वाभाविक मौत मरे बच्चों के जिम्मेदार ठहराये गए बर्खास्त डॉक्टर कफील जो हाल ही में जेल से जमानत पर छूटे हैं ने अपने दर्जनों साथियों एवं कैमरा वीडियो टीम के साथ जिला अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में आ धमके और यहाँ हुई बच्चों की मौत की छानबीन के साथ साथ वार्ड में भर्ती बच्चों के परिजनों से ईलाज और मिलने वाली दवाओं के बारे में सिलसिले वार पूछतांछ करने लगे जिससे जिला चिकित्सालय में अफरा तफरी मच गयी। डॉ0 कफील के इस कारनामे से उतेजित जिला चिकित्सालय के कर्मचारियो एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ0 के0 के0 वर्मा डॉ0 कफील के कमर में हाथ डालकर जबरन सीएमएस कक्ष ले गए जहाँ सीएमएस डॉ0 डी0 के0 सिंह ने उनसे पूँछा कि आप तो गोरखपुर के बर्खास्त डॉक्टर हैं यहाँ चिल्ड्रन वार्ड में क्या कर रहे थे और किससे पूछ कर वार्डो में गए थे तो डॉ. कफील ने कहा कि मैं रहस्यमय बीमारी जानने के लिए डॉक्टर ओ0 पी0 पाण्डेय से बात चीत करके आया हूँ। इसी बीच नगर मजिस्ट्रेट और क्षेत्राधिकारी नगर भी पहुंच गए। मौके की नजाकत को देखते हुए जैसे ही डॉ0 कफ़ील सीएमएस कक्ष से बाहर निकले इन दोनों अधिकारियों के इशारे पर वहाँ मौजूद पुलिस बल ने डॉ0 कफ़ील को अपने संरक्षण में लेकर अज्ञात स्थान ले गई। पुलिस के उच्चाधिकारी इस संबंध में पूछने पर भी कुछ भी नहीं बता रहे। इस कारण डॉ0 कफ़ील द्वारा शाम चार बजे होटल बँधन में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस नहीं हो सकी है।
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