लखनऊ मेट्रो आज पांच सितंबर को पूरे एक साल की हो गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मेट्रो एप लॉन्च कर शुभंकर का भी लोकार्पण किया। लखनऊ मेट्रो का यह मोबाइल एप न केवल यात्रियों के स्मार्ट कार्ड रिचार्ज करेगा, बल्कि शहर के कोने-कोने की जानकारी भी देगा। ट्रांसपोर्टनगर डिपो में आयोजित कार्यक्रम में मेट्रो मैन ई. श्रीधरन, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, लखनऊ मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने सीएम संग मिलकर मोबाइल एप लॉन्च किया। एक साल में सबसे बेहतर सुविधा और यात्री सहयोग के लिए चारबाग मेट्रो स्टेशन को बेस्ट मेट्रो स्टेशन का अवार्ड भी दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ मेट्रो के सफलतम एक वर्ष के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह हम सब के लिए अत्यंत प्रफुल्लित होने वाला क्षण है। हम लोगों का सदैव से मानना रहा है कि हम जैसा सिस्टम देना चाहेंगे पब्लिक उसे फॉलो करेगी। अगर सिस्टम को संचालित करने वाले जीवन को अनुशासित करने का काम करते हैं तो आम जनमानस उसे स्वीकार करते हैं। आम जनमानस के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा के लिए लखनऊ मेट्रो का बेहतर माध्यम बना है। उन्होंने कहा कि लखनऊ मेट्रो का अनुशासन पहले दिन से ही दिखा। हम दिल्ली मेट्रो को नोएडा तक लाए थे तब प्रधानमंत्री ने कहा था कि ये तात्कालिक रूप से महंगी दिखाई देती हो लेकिन हम आगे बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था देना चाहते हैं। इसीलिए इसे आगे बढ़ाते हुए कानपुर, मेरठ, आगरा का डीपीआर बना के भेजा है। सीएम ने कहा कि यूपी में हमारे 3 शहर मेट्रो से जुड़ चुके हैं। आने वाले समय में हम अन्य शहरों को इससे जोड़ने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें लगता था कि लखनऊ मेट्रो कहीं घाटे का सौदा ना हो जाए लेकिन यह धारणा गलत साबित हुई। लखनऊ की सड़कों से हजारों यात्रियों को मेट्रो ने अपनी ओर खींचा है। यह मेट्रो ऐसे ही आगे बढ़ती रहे। योगी ने कहा कि वर्ष 2019 में प्रवेश करने के साथ-साथ ही हम लखनऊ मेट्रो फेज 2 का लोकार्पण भी करेंगे। उन्होंने कहा कि मेट्रो जब लखनऊ में अपने पूरे रूट पर चलने लगेगी तो बहुत लाभ में होगी। उपलब्धि : एक साल में बंटोरे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अवार्ड
रिकॉर्ड समय में मेट्रो का कॉमर्शियल रन शुरू करने और गुणवत्तापूर्ण काम के लिए लखनऊ मेट्रो को कई अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। इंटरनेशनल ब्रिटिश रॉयल सोसायटी फॉर द प्रिवेन्शन ऑफ एक्सीडेंट्स अवॉर्ड 2018 भी सुरक्षित मेट्रो संचालन के लिए मिला। महिलाओं और दिव्यांगों को खास तरजीह
मेट्रो के एमडी कुमार केशव का कहना है कि हमने महिलाओं और दिव्यांगों के लिए मेट्रो को सुरक्षित बनाने पर काम किया इसके अलावा रात का उजाला (ट्रिब्यूट टू निर्भया) और नारी शक्ति (पावर एंजल्स-1090) जैसे कार्यक्रम के जरिए सुरक्षित लखनऊ की भी पहल की। 50 प्रतिशत भागीदारी महिला ट्रेन ऑपरटेरों की है। एलएमआरसी की दो महिला ट्रेन संचालकों को रानी लक्ष्मी बाई पुरस्कार मिल चुका है। इन दोनों महिला ट्रेन ड्राइवरों ने ही पहली मेट्रो चलाई थी।
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