उत्तर प्रदेश में नलकूप चालक के 3210 पदों के लिए होने वाली परीक्षा के पेपर आउट होने से हड़कंप मचा हुआ है. मामले में यूपी एसटीएफ ने मामले में 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उधर पेपर आउट होने के मामले में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की अहम बैठक रविवार को हुई. बैठक के बाद आयोग के अध्यक्ष सीबी पालीवाल ने कहा कि आयोग पेपर लीक मामले में एफआईआर दर्ज करवाएगा.इसके अलावा उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच के लिए आयोग ने एक कमेटी बनाई है. उन्होंने प्रिंटिंग प्रेस से ही पेपर लीक होने की संभावना जताई है. उन्होंने बताया कि कई जिलों की ट्रेजरी में शनिवार दोपहर बाद पेपर पहुंचा. एसटीएफ के मुताबिक शनिवार सुबह से ही पेपर लीक की जानकारी मिल रही थी. इस दौरान पेपर पर एक नंबर पड़ा होता है, जो आउट हुए पेपर पर नहीं मिला. ट्रेजरी तक आए हर पेपर पर नंबर पड़ा होता है. सीबी पालीवाल ने कहा कि इससे शक होता है कि प्रिंटिंग प्रेस से पेपर आउट हुआ.उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि अब दूसरी प्रिंटिंग प्रेस से पेपर छपवाए जाएंगे. प्रिंटिंग प्रेस का चुनाव होने के बाद परीक्षा की अगली तारीख तय की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस भर्ती में इंटरव्यू व्यवस्था ख़त्म होने से पेपर आउट का रिस्क बढ़ा है. आयोग शासन को सुझाव देगा कि अगली परीक्षा दो हिस्सों में कराई जाए. इसमें पहली परीक्षा स्क्रीनिंग और दूसरी फाइनल हो.बता दें नलकूप चालक के 3210 पदों के लिए रविवार को होने वाली परीक्षा स्थगित कर दी गई है. उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने यह कदम पेपर लीक होने के बाद उठाया है. एसटीएफ ने इस मामले में 11 लोगों को मेरठ से गिरफ्तार किया है. इन लोगों पर पेपर को लीक करने का आरोप है. पेपर आउट होने का सूचना मिलते ही आयोग में हड़कंप मच गया. आनन फानन परीक्षा को निरस्त करने का फैसला किया. आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा की दूसरी तारीख बाद में घोषित की जाएगी.
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