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Tuesday, March 25, 2025 3:44:53 AM

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बच्चों को सुगम और आसान तरीकों में बताएं स्वच्छता का महत्व: डीएम

बच्चों को सुगम और आसान तरीकों में बताएं स्वच्छता का महत्व: डीएम

बहराइच 13 अगस्त। आगा खां फाउन्डेशन, भारत द्वारा जिले के 100 स्कूलों में संचालित स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के शुभारम्भ अवसर पर कलेक्टेªट सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करती हुईं जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि विभिन्न प्रकार के टूलों के माध्यम से स्वच्छता के सन्देश को जन-जन तक पहुॅचाया जाये। इससे बच्चों व समुदाय में स्वच्छता व्यवहार व साफ-सफाई की आदतों का विकास होने से स्वच्छता के प्रति लोगों की सोच में परिवर्तन लाया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि संस्था द्वारा प्रस्तावित कार्यों जैसे स्कूल प्रांगण में हाॅथ धुलाई प्लेटफार्म का निर्माण, शौचालयों का जीर्णोद्धार, शुद्ध पेयजल की उपलब्धता, बाल स्वच्छता समितियों के गठन तथा शाला प्रबंधन समितियों की क्षमता में वृद्धि के माध्यम से स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है। जिलाधिकारी ने कहा कि हमें लोगों को पूरी जानकारी देनी होगी। एक ओर जहाॅ हम लोगों को यह बतायें कि स्वच्छता अपनाने के क्या लाभ हैं तो वहीं दूसरी ओर हमें यह भी जानकारी देनी चाहिए कि गन्दगी के कारण कौन-कौन सी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि हमें बच्चों को सुगम और आसान तरीके से स्वच्छता का महत्व बताना होगा जैसे साबुन से हाथ धोने के सही तरीकों, स्नान करने, साफ-सुथरा रहने के क्या लाभ हैं और ऐसा न करने पर क्या होगा। उन्होंने निर्देश दिया कि विद्यालय में बच्चों को दिये जा रहे प्रशिक्षण के साथ-साथ उनकी माॅनिटरिंग भी की जाय जिससे बच्चों में होने वाले सुधारों की यथा स्थिति की जानकारी हो सके। शिक्षकों को भी प्रशिक्षण दिया जाय ताकि वह भी बच्चों को बेहतर ढं़ग से जागरूक कर सकें। उन्हांेने कहा कि विद्यालयों मंे शिक्षा के साथ-साथ स्वच्छता जरूरी है। उन्होंने बीएसए को निर्देश दिया कि जलभराव वाले विद्यालयों मंे मनरेगा योजनान्तर्गत सोखपिट का निर्माण करायें जिससे जलभराव की समस्या से निजात तो मिलेगी ही साथ ही वाटर रिचार्ज होने से भूगर्भीय जल स्तर में भी सुधार होगा। जिलाधिकारी ने फाउन्डेशन के सदस्यों से अपेक्षा की कि 31 अगस्त तक चलने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2018 फीडबैक देने के साथ-साथ स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, सार्वजनिक स्थलों, स्वास्थ्य केन्द्रों, हाट/बाजार/धार्मिक स्थानों सहित अन्य जगहों को साफ-सुथरा रखने में मदद करें, ताकि रैंकिंग में सुधार होने से जनपद का सम्मान बढ़े। उन्होंने संस्था के सदस्यों से यह भी अपील की कि अधिक से अधिक लोगों को ऐप डाउनलोड कराने में मदद करंे साथ ही उन्हें फीड बैक देने के लिए प्रेरित किया जाय। आमजन को इस बात की जानकारी भी दी जाय कि वह अपने नजदीकी जन सेवा केन्द्रों अथवा मोबाईल में ऐप के माध्यम से भी फीडबैक दर्ज कराया जा सकता है। अपर जिलाधिकारी राम सुरेश वर्मा ने कहा कि बच्चों को साबून से हाथ धोने के लिए प्रेरित करते हुए स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। विद्यालयों में साबुन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। इस कार्य मंे भरपूर सहयोग किया जाय। उन्होंने कहा कि विहैवियर चेन्ज करने की आवश्यकता है। जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम, आगा खां फाउंडेशन के कार्यक्रम अधिकारी विजय सिंह द्वारा बताया गया कि स्कूल शिक्षा स्वच्छता कार्यक्रम का उद्ेश्य है कि शिक्षकों की क्षमता को बढ़ाना है ताकि स्कूलों में स्वच्छता और प्रचार पाठ्यक्रम को बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सकंे। इसके साथ ही विद्यालय प्रबन्धन समिति की क्षमता को बढ़ाया जायेगा ताकि वह स्वच्छता की योजना बनाने और विद्यालय में स्वच्छता को प्राथमिकता देने में बेहतर तरीके से सहयोग कर सकें। इसके अलावा उन्हांेने कहा कि विद्यालय मंे जाने वाले बच्चों और समुदायों के बीच स्वच्छता व्यवहार और आदतों को बेहतर बनाया जायेगा। साथ विद्यालय मंे स्वच्छता की सुविधाओं के निरन्तर संचालन व प्रबन्धन के लिए व्यवस्था स्थापित की जायेगी। उन्हांेने बताया कि कार्यक्रम में 100 प्राथमिक स्कूलों को चयनित किया गया है, जिसमें चित्तौरा ब्लाक के 62 व रिसिया के 38 प्राथमिक स्कूल हैं, इन स्कूलों को 10 कलस्टर में विभाजित किया गया है। स्कूल स्वच्छता शिक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत स्वच्छता पाठ्यक्रम को लागू करने के लिए स्कूल के शिक्षकों और प्रमुख शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा ताकि वे प्रथम कक्षा से पांचवी कक्षा तक के छात्रों को पढ़ा सकें। पाठ्यक्रम में छात्र कार्य पुस्तिकाएं, शिक्षकों के लिए नियमावली और स्वच्छता शिक्षा सहायता सामग्री उपलब्ध करायी जायेगी। इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी एसके तिवारी, डिप्टी सीएमओ डा. अनिल कुमार, डीपीआरओ केबी वर्मा, डीसीपीएम मो. रासिद, कार्यक्रम प्रबन्धक उत्तर प्रदेश जुल्फिकार खां, राज्य कार्यक्रम समन्वयक कृपाशंकर यादव, स्कूल शिक्षा स्वच्छता कार्यक्रम की समन्वयक श्रुति पाण्डेय सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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