बहराइच एक ओर जहाँ हरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी व आरा चलने का क्रम रुक नही रहा है वहीं दूसरी ओर वन विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के कुछ छूट प्रजाति के पेड़ों जैसे बबूल, शिव बबूल आदि को लादने वाले ट्रैक्टर ट्रालियों पर वन विभाग अपना डंडा चलाने से नही चूक रहा है यहां भी इसी से सम्बंधित एक रोचक मामला सामने आया है जिसमें पीड़ित मुन्ना पुत्र पीरबख्श ने बताया कि मैं दिनांक 18-7-2018 को थाना दरगाह अंतर्गत दुलार पुर छेत्र से कुछ बबूल की लकड़ी अपने ट्रैक्टर ट्रॉली पर लादकर ला रहा था जिसे कल्पिपारा स्थिति वन निगम डिपो के कुछ कर्मियों द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली को डीपो ले आये और वहीं पर लकड़ी को उतार लिया जबकि खाली गाड़ी को वहीं रोके रखा मुन्ना ने यह भी बताया कि यही नही दिनांक 28-7-2018 को डीपो के कर्मियों के द्वारा मुझे फंसाये जाने के उद्देश्य से कूट रचित से पुनः अपने दीपोकी छोटी जे0सी0बी0 से डीपो की सरकारी लकड़ी को ट्रॉली में लादने लगे लेकिन वहां पर मीडिया के पहुंचते ही वहां के कर्मियों द्वारा बहुत ही चालाकी से मशीन को हटा लिया गया। उक्त प्रकरण के संदर्भ में जब डी0एफ0ओ0बहराइच से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मेरा मामला नही है वैन निगम का मामला है वो लोग हमसे ऐसे ही नाराज रहते है। वही लोग बताएंगे कि गाड़ी क्यों पकड़ी और कहां ले जा रहे थे फिलहाल मामला जो भी हो लेकिन इस बात का जवाब देने वाला कोई नही की उक्त डीपो पर 18-7-2018 से 28-7-2018 तक किन परिस्थितियों में ट्रैक्टर ट्रॉली को रोके रखा गया।
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






