बहराइच 30 जुलाई। राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के अन्तर्गत चयनित कलस्टर रायपुर के ग्राम रायपुर के चयनित कृषकों हेतु राजकीय स्वर्ण जयन्ती पार्क, बभनी, रिसिया मोड़ में आयोजित दो दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ जिला उद्यान अधिकारी द्वारा पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा बताया गया कि राष्ट्रीय कृषि विकास योजनान्तर्गत रायपुर कलस्टर में औद्यानिक फसलों को चुना गया है। जिससे लोगों के जीवन स्तर में सुधार आयेगा तथा स्थानीय स्तर पर रोजगार पैदा होने से शहरों की तरफ पलायन को भी काफी हद तक रोका जायेगा। ग्राम रायपुर में उद्यान विभाग के सभी औद्यानिक विकास कार्यों का संचालन किया जायेगा। समन्वयक डाॅ. एसके वर्मा ने शाकभाजी एवं मसाला उत्पादन की नवीनतम तकनीकी जानकारी देते हुए बताया कि किसान भाई औद्यानिक फसलों से अन्य कृषि फसलों की अपेक्षा प्रति इकाई अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं। औद्यानिक फसलों के बिना किसानों की आय दोगुनी किया जाना सम्भव नहीं है तथा डाॅ. एमपी सिंह ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसान भाई अज्ञानतावश बिना मृदा की जाॅच कराये अनावश्यक रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग करते हैं जिससे उनकी प्रति इकाई लागत बढ़ने के साथ ही मृदा के स्वास्थ्य व पर्यावरण पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। किसान भाई सन्तुलित उर्वरक का प्रयोग कर प्रति इकाई अधिक उत्पादन प्राप्त कर अपनी आय को दोगुनी कर सकते हंै। विषय विशेषज्ञ डाॅ. रेनू आर्या ने किसानों को पोषक वाटिका व गृह वाटिका के सम्बन्ध में जानकारी प्रदान की, वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. एस.बी. सिंह ने बताया कि स्थानीय स्तर पर बीज उत्पादन कर स्वयं व जनपद के किसानों के लिए काफी हद तक बीज का उत्पादन कर अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं। योजना प्रभारी आरके वर्मा ने बताया कि जनपद की जलवायु लतावर्गीय सब्जियों के लिए अति उत्तम है। जनपद में परवल, कुन्दरू, संकर करैला, लौकी तथा तरबूज की खेती हजारों हैक्टेयर में की जा रही है। जनपद से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक परवल व कुन्दरू प्रदेश व देश के अन्य हिस्सों में जाता है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में उद्यान विभाग द्वारा परवल की उच्च क्वालिटी की पौध किसानों को उपलब्ध करायी जायेगी। जिससे इसके उत्पादन में और इजाफा किया जा सके व जनपद के किसानों की आय दोगुनी की जा सके। प्रगतिशील कृषक शक्तिनाथ सिंह द्वारा अपने अनुभवांे को साझा किया गया। इस अवसर पर स्वयं सेवी संस्था ‘आगा खान फाउण्डेशन’ के स्थानीय कार्यकर्ता व ग्राम-रायपुर के कृषक मौजूद रहे।
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