(रिपोर्ट – रुद्र आदित्य ठाकुर )
सहारनपुर जेल में भी सुरक्षा के इंतजाम को दुरूस्त किया गया। सीसीटीवी कैमरों की जांच पड़ताल कर दुरूस्त करया गया। मेटल डिटेक्टर और अग्नि सुरक्षा के उपकरण काम कर रहे है या नहीं यह भी चैक किया गया। इसके साथ ही कुख्यात बदमाशों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। बागपत जेल में मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद जेलों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो गये थे। हाईसिक्योरिटी सिस्टम होने का दावा करने के बाद भी वारदात होना बड़ी चूक मानी गई है। बागपत की वारदात के बाद कमिश्नर सीपी त्रिपाठी ने ने मंडल की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था दुरस्त करने को कहा था। जिसके बाद सहारनपुर जिला कारागार में भी मंगलवार को सिक्योरिटी सिस्टम की जांच पड़ताल की गई। जिला कारागार में 24 कैमरे लगाए गये है। दो कैमरे मुख्य गेट पर लगाए गये हैं। हर बैरक में एक एक कैमरा लगाया गया है। सभी कैमरों की जांच पड़ताल कराई। इसके साथ ही अन्य सुरक्षा उपकरणों को भी की भी जांच पड़ताल की गई। ———–मेटल डिटेक्टर और अग्नि सुरक्षा के उपकरणों से भी लैस है जिला कारागार सीसीटीवी कैमरों के अलावा जिला कारागार में सुरक्षा के अन्य इंतजाम भी किये गये है। जेल को आधुनिक सिक्योरिटी सिस्टम से लैस किया गया है। जेल में बंदियों का ध्यान रखने वाले कर्मचारियों को वॉकी-टॉकी से लैस किया गया है। 14वॉकी-टॉकी बंदी रक्षकों को दिये गये है। यही नहीं मुख्य गेट पर डाेर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। बंदियों से मिलाई करने वाले को इससे होकर गुजरना पड़ता है। एक पोल मेटल डिटेक्टर, हेंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर भी है। आग से सुरक्षा के लिए 16 यंत्र लगाए गये है। यही नहीं एक हाई प्रेसर वाटर मिस्ट उपकरण भी जेल में उपलब्ध है। बागपत की घटना के बाद जिला कारागार में सुरक्षा के सभी उपकराणों की जांच पड़ताल कराई गई है। सभी उपकरण सही काम कर रहे है, जिनमें कुछ थोडी बहुत दिक्कत थी उन्हें भी दुरूस्त कराया गया है। सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग की भी जांच कराई गई है। डॉ. विरेश राज शर्मा, जेल अधीक्षक सहारनपुर।
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