बसपा प्रत्याशी बीआर अंबेडकर ने गुरुवार को विधान परिषद चुनाव के लिए नामांकन किया. इस मौके पर बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे. बता दें विधान परिषद चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने अपने बचे वोट बसपा को ट्रांसफर करने फैसला किया है. इससे पहले अंबेडकर ने राज्य सभा चुनाव के लिए भी नामांकन किया था. सपा के समर्थन के बावजूद वह बीजेपी के अनिल अग्रवाल से हार गए थे.नामांकन के बाद सतीश चंद्र मिश्रा ने भीमराव अंबेडकर को एमएलसी पद का प्रत्याशी बनाने के लिए पार्टी सुप्रीमो मायावती को धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा बसपा का समर्थन समाजवादी पार्टी करेगी और उसके सहयोग से ही पार्टी प्रत्याशी सदन पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि राज्य सभा वाली स्थिति इस बार नहीं होगी. अगर बीजेपी अतिरिक्त प्रत्याशी खड़ा करती है तब भी कोई समस्या नहीं है, क्योंकि जीत की संख्या हमारे पास है. पिछली बार जेल में बंद विधायक वोट नहीं डाल पाए थे, जिसकी वजह से हार हुई थी.उन्होंने कहा कि बीजेपी को भीमराव अंबेडकर नाम से दिक्कत थी और पार्टी ने सत्ता पक्ष का पूरा बल लगाकर उनको हराने की कोशिश की. उन्होंने भीमराव आंबेडकर को हारने के लिए सारे बलों का प्रयोग किया. लेकिन इस बार भीमराव अंबेडकर को कोई भी बल लगा लें, लेकिन हरा नहीं पाएंगे.दरअसल, उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव के लिए सोमवार को अधिसूचना जारी की गई. इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू हो गया. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अप्रैल है. 17 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 19 अप्रैल तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. 26 अप्रैल को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. उसी शाम 5 बजे से मतगणना शुरू होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे.सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री डॉ महेंद्र सिंह, वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रज़ा और बसपा विधायक दल के नेता सुनील कुमार चित्तौड़ सहित 13 सदस्यों का कार्यकाल 5 मई को समाप्त हो रहा है, जबकि अम्बिका चौधरी के इस्तीफे से एक सीट पहले से ही खाली है.कहा जा रहा है कि विधान परिषद के चुनाव निर्विरोध हो सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो बीजेपी और सहयोगी दलों के 11 सदस्य निर्विरोध चुने जाएंगे, जबकि विपक्षी दलों के दो सदस्य भी चुने जाएंगे.विधानसभा में बीजेपी के 324, सपा के 47, बसपा के 19, कांग्रेस के 7, रालोद का 1 और 4 निर्दलीय विधायक हैं. जेल में बंद बसपा विधायक मुख़्तार अंसारी और सपा विधायक हरिओम यादव के मताधिकार पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है. वहीं, राज्य सभा में क्रॉस वोटिंग के आरोप में बसपा विधायक अनिल सिंह को पार्टी से निलंबित हो चुके है जबकि रालोद ने भी अपने एकलौते विधायक सहेंद्र रामाला को निष्कासित कर दिया है. ऐसे में सपा, बसपा और कांग्रेस के पास 70 विधायकों का वोट है और बीजेपी के पास 311, अपना दल एस के पास 9 और भासपा के चार मत सहित बीजेपी गठबंधन के पास 324 मत हैं.गौरतलब है विधान परिषद की एक सीट के लिए 29 विधायकों के मतों की आवश्यकता है. बीजेपी को 11 विधायक जिताने के लिए 319 मत चाहिए. जबकि उसके पास 324 मत हैं. सपा, बसपा और कांग्रेस को बाकी बचे दो सदस्यों को जिताने के लिए 58 मतों की आवश्यकता है. उसके पास 70 मत हैं.
व्हाट्सएप पर शेयर करें
No Comments






