राजसमंद जिले के समीप नोगामा भील बस्ती की *आदिवासी भील महिला समूह* ने चरागाह भूमि में 1500 पौधों को तेज गर्मी में बचाने के लिए कभी घर से बाल्टी, चरु पानी के लाकर पौधों को बचाया है। तो कभी पैसा एकत्र करके 400 रुपए का पानी का टैंकर मंगवाकर पौधों को पानी पिलाया है।
इन आदिवासी महिलाओं ने आमजन को एक संदेश दिया है कि कोरोना काल मे ऑक्सीजन की कमी से मरने से अच्छा है कि आप पेड़ लगाओ पेड़ लगाने से यह आपको ऑक्सीजन की कमी नही होने देगा और कोरोना में लोगो को ऑक्सीजन के महंगे सिलेंडर नहीं खरीदने पड़ेंगे ।
मुझे गर्व है कि मेरे समुदाय की महिलाएं पर्यावरण के प्रति इतनी जागरूक है
*आदिवासी भील महिलाओं* के इस जज़्बे को सलाम।
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